राज्य स्तर पर प्रावि केवला की हो रही चर्चा
यदि सच्चे लगन और ईमानदारी से मेहनत की जाय तो किसी भी क्षेत्र में अपना और समाज का नाम रोशन किया जा सकता है। उक्त बातें पूर्व डीएसपी व पटना साइंस कॉलेज के प्राध्यापक डॉ अखिलेश कुमार ने प्रखंड के मॉडल प्राथमिक विद्यालय केवला में कही।
सुपौल। यदि सच्चे लगन और ईमानदारी से मेहनत की जाय तो किसी भी क्षेत्र में अपना और समाज का नाम रोशन किया जा सकता है। उक्त बातें पूर्व डीएसपी व पटना साइंस कॉलेज के प्राध्यापक डॉ अखिलेश कुमार ने प्रखंड के मॉडल प्राथमिक विद्यालय केवला में कही। कुछ दिनों पहले टीचर्स ऑफ बिहार के द्वारा आयोजित फोटोज ऑफ द ईयर प्रतियोगिता में मॉडल प्राथमिक विद्यालय केवला ने पूरे बिहार में टॉप टेन में अपना स्थान बनाया था। सुदूर ग्रामीण इलाके में अवस्थित इस विद्यालय की चर्चा राज्य स्तर पर होती है। ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह के विद्यालय को देखने और जमीनी हकीकत को जानने के लिए वे पटना से आये अपने टीम के साथ उक्त विद्यालय को देखने पहुंचे थे। श्री कुमार के साथ साहित्यकार डॉ रणधीर कुमार राणा, समाजसेवी प्रमोद कुमार व अन्य ने विद्यालय के विधि-व्यवस्था और संसाधन को देख काफी प्रसन्नता जाहिर की। पूर्व डीएसपी ने कहा कि ग्रामीण इलाके में कम संसाधन के बावजूद इस तरह से सुसज्जित विद्यालय बिहार में शिक्षा को उच्च आयाम प्रदान कर रहा है जो काबिले-तारीफ है। उन्होंने बारी-बारी से प्रत्येक वर्ग कक्ष के कमरे को देखा और विद्यालय के प्रधानाध्यापक अमित कुमार से इस संबंध में कई जानकारियां भी ली। प्रधानाध्यापक ने कहा कि विद्यालय के सभी शिक्षकों के सहयोग से ये सब संभव हो पाता है। उन्होंने कहा कि इस विद्यालय के शिक्षक नरेश कुमार निराला और निरंजन कुमार के मार्गदर्शन से इस विद्यालय की पहचान दूर-दूर तक हो रही जो विद्यालय परिवार के लिए खुशी की बात है। डॉ रणधीर कुमार राणा और प्रमोद कुमार ने कहा कि शिक्षक समाज का शिल्पकार और मार्गदर्शक है। एक शिक्षक अपने जीवन में हर संभव अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करता रहता है। उन्होंने इस विद्यालय को सुसज्जित रखने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए विद्यालय परिवार को धन्यवाद दिया। मौके पर विद्यालय के शिक्षक नरेश कुमार निराला, निरंजन कुमार आदि उपस्थित थे।