4986 अप्रवासी पहुंचे सुपौल, भेजे गए क्वारंटाइन
-कोटा से आने वाले ऐसे छात्रों को जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए हैं वे होम क्वारंटाइन होंग
-कोटा से आने वाले ऐसे छात्रों को जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए हैं वे होम क्वारंटाइन होंगे
जागरण संवाददाता, सुपौल: जिले में अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों, छात्रों एवं अन्य लोगों का आगमन जारी है। शनिवार तक जिले में कुल 4986 अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों का पंजीकरण किया गया है। इसमें सुपौल प्रखंड के 315, किशनपुर के 284, सरायगढ़-भपटियाही के 257, पिपरा के 155, त्रिवेणीगंज के 257, छातापुर के 702, राघोपुर के 179, प्रतापगंज के 154, बसंतपुर के 2215, मरौना के 347 तथा निर्मली के 121 लोग शामिल हैं। सभी आगंतुक को जांचोपरांत उन्हें उनके संबंधित प्रखंड मुख्यालय के प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर तक ले जाया गया है। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार कोटा से आने वाले वैसे छात्र जिनमें कोरोना के कोई लक्षण प्रकट नहीं हुए हैं, उन्हें होम क्वारंटाइन में रखा जा सकता है। इसके लिए उन्हें स्वघोषणा पत्र देना होगा। कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति से निपटने हेतु राज्य सरकार के द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत आच्छादित सभी कार्डधारियों के अलावा वैसे परिवार जो राशन कार्ड के लिए अहर्ता रखते हैं पर उनके पास अभी राशन कार्ड नहीं है की, सूची तैयार की जा रही है । अब तक जिले में 59174 परिवारों की सूची तैयार की जा चुकी है तथा 49375 लाभुकों का सत्यापन किया जा चुका है। राज्य के बाहर से लौटे बिहारी मजदूरों व अन्य व्यक्तियों के लिए उनके गांव के विद्यालयों में क्वारंटाइन कैंप का संचालन किया जा रहा है। अद्यतन सुपौल जिले में 153 अप्रवासी श्रमिकों को क्वारंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित कुल 26 विद्यालयों में रखा गया है। इसके अतिरिक्त जिले के सभी प्रखंडों में कुल 51 कैंप बनाए गए हैं। जहां 3842 अन्य राज्यों व जिलों से आए अप्रवासियों को क्वारंटाइन में रखा गया है। वर्तमान में सुपौल सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में शून्य एवं क्वारंटाइन वार्ड में 48 कोरोना के संदिग्ध मरीज को रखा गया है। अब तक कुल 497 संदिग्ध मरीजों की सैंपलिग की गई है, जिसमें 450 सैंपल निगेटिव हैं। 47 सैंपल की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। अद्यतन सुपौल जिले में एक भी कोरोना के संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है।