गली-नाली योजना में धोखाधड़ी मामले में जांच को पहुंची टीम
सुपौल:।जिले के छातापुर प्रखंड स्थित सोहटा पंचायत में मुखिया द्वारा गली-नाली योजना में की गई क
सुपौल:।जिले के छातापुर प्रखंड स्थित सोहटा पंचायत में मुखिया द्वारा गली-नाली योजना में की गई कमीशन खोरी व धोखाधड़ी मामले की शिकायत पर शुक्रवार को पंचायती राज विभाग बिहार सरकार के संयुक्त सचिव ओमप्रकाश यादव व कार्यपालक अभियंता जांच को पहुंचे। इस दौरान समाहरणालय में संयुक्त सचिव ने योजना से जुड़े फाइलों को खंगाला तथा संबंधित पंचायत प्रतिनिधि व सरकारी कर्मियों से गहन पूछताछ की। पूछताछ के दायरे में फिलहाल उक्त पंचायत के मुखिया, मुखिया के पति, तत्कालीन पंचायत सचिव, वर्तमान पंचायत सचिव को रखा गया है। टीम में शामिल अधिकारी बैंक खाते समेत अन्य कई ¨बदुओं पर गहन रूप से जांच पड़ताल कर रहे हैं। बताते चलें कि राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना गली-नाली योजना में मुखिया, मुखिया पति व पंचायत सचिव द्वारा मिलीभगत कर सरकारी राशि में कमीशन खोरी की बात सामने आई थी तो इसको लेकर भ्रष्टाचार मुक्त सुपौल अभियान से जुड़े अनिल कुमार ¨सह व अन्य लोगों ने इसकी शिकायत मुख्य सचिव से की थी। जिसमें कहा गया था कि उक्त पंचायत के मुखिया के पति रमेश सरदार ने 15 जुलाई 2017 को बैंक ऑफ इंडिया की छातापुर शाखा में खाता संख्या 584610110016286 खुलवाया था। तत्कालीन पंचायत सचिव उपेंद्र यादव ने मुखिया पति के बैंक खाते में चेक संख्या 12403 से 18 फरवरी 2017 को चालीस हजार, 29 अप्रैल को चेक संख्या 12406 से एक लाख राशि सहित लगभग साढ़े लाख विभिन्न तिथि को बतौर कमीशन के रूप में ट्रांसफर किया था। जिसको लेकर पूर्व में पंचायत के उप मुखिया सहित कई वार्ड सदस्यों ने इसकी शिकायत बीडीओ समेत डीएम से भी की थी। परंतु इस स्तर से कार्यवाही नहीं होते देख भ्रष्टाचार मुक्त सुपौल अभियान से जुड़े अनिल कुमार ¨सह ने इसकी शिकायत मुख्य सचिव से की थी। शिकायत के बाबत मुख्य सचिव दीपक कुमार ने पंचायती राज के प्रधान सचिव अमृत लाल मीना को जांच कर कार्यवाही का आदेश दिया था। इधर लोगों का कहना है कि यदि जांच निष्पक्ष तरीके से हुई तो फिर एक बड़ा घोटाला सामने आएगा फिलहाल लोगों की नजर जांच टीम पर टिकी हुई है।