माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों का भी होगा वास्तविक अनुश्रवण
सुपौल। अब विद्यालयों में बच्चों के नामांकन, उपस्थिति पर हवाबाजी नहीं चलेगी और ना ही विद्यालय से
सुपौल। अब विद्यालयों में बच्चों के नामांकन, उपस्थिति पर हवाबाजी नहीं चलेगी और ना ही विद्यालय से शिक्षक गायब रह सकेंगे। विभाग ने इस पर नकेल कसने की पूरी तैयारी कर ली है। बिहार सरकार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखकर विभागीय निर्णय से अवगत करा दिया है।
अब प्रारंभिक विद्यालयों की तर्ज पर ही माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों का भी 11 फरवरी से वास्तविक अनुश्रवण होगा। राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में बच्चों का नामांकन एवं उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, विद्यालय का समय पर खुलना,विद्यालय में स्वच्छता की स्थिति,बुनियादी सुविधा की स्थिति एवं विद्यालय संचालन से संबंधित जानकारियों को प्राप्त करने के उद्?देश्य से इन विद्यालयों के अनुश्रवण हेतु बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से बेस्ट (बिहार इजी स्कूल ट्रै¨कग) नामक एप विकसित कराया गया है। जिसके माध्यम से प्रारंभिक विद्यालयों का सफलता पूर्वक अनुश्रवण संपन्न किया जा रहा है। अनुश्रवण की सफलता को देखते हुए विभाग द्वारा बेस्ट एप के माध्यम से माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों का अनुश्रवण कराने के निर्णय के आलोक में इस एप में इन विद्यालयों के अनुश्रवण के प्रावधान को सम्मिलित कराया गया है। ऐसे में विस्तारित बेस्ट एप के माध्यम से राज्य के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों का वास्तविक अनुश्रवण 11 फरवरी 2019 से कराए जाने का निर्णय लिया गया है।
इस मोबाइल एप के माध्यम से जिला, प्रखंड स्तर के शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा प्रत्येक माह माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों का अनुश्रवण किया जाएगा। प्रत्येक महीने में जिला शिक्षा पदाधिकारी कम से कम तीन विद्यालयों का अनुश्रवण करेंगे। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी चार विद्यालयों, कार्यक्रम पदाधिकारी पांच विद्यालयों एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कम से कम पांच विद्यालयों का अनुश्रवण करेंगे।
विद्यालयों का निरीक्षण बुधवार एवं गुरुवार को निश्चित रूप से किया जाना है। अन्य दिनों में भी निरीक्षण किया जाना है। बेस्ट मोबाइल एप से किए गए अनुश्रवण संबंधित रिपोर्ट वेब पोर्टल पर उपलब्ध रहेगा।
इस मोबाइल एप के माध्यम से किए गए अनुश्रवण से संबंधित अनुश्रवण प्रतिवेदन प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को प्रखंड शैक्षणिक आंकड़ा प्रबंधन केंद्र के कंप्यूटर आपरेटर द्वारा संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही यह भी अपेक्षा की गई है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी वेब पोर्टल के माध्यम से अनुश्रवण प्रतिवेदन का स्वयं अवलोकन करें। इसी प्रकार जिला स्तर पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी सभी अनुश्रवित विद्यालयों से संबंधित रिपोर्ट को वेब पोर्टल के माध्यम स्वयं अवलोकन कर अनुवर्ती कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगे। इसके अतिरिक्त जिला के एमआइएस प्रभारी द्वारा प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को अनुश्रवित विद्यालयों का समेकित रिपोर्ट जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी के समक्ष उपस्थित भी करेंगे। यदि अनुश्रवण के दौरान यह पाया जाता है कि विद्यालय निर्धारित समय पर नहीं खुला था अथवा निर्धारित समय के पूर्व बंद हो गया था तो ऐसी स्थिति में विद्यालय के प्राचार्य पूर्णरूपेण जिम्मेवार माने जाएंगे एवं संबंधित प्राचार्य के विरुद्ध सक्षम पदाधिकारी द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। यदि अनुश्रवण के दौरान किसी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय में अनुश्रवण तिथियों को 60 प्रतिशत से कम छात्रोपस्थिति पाई जाती है तो विद्यालय के प्राचार्य और शिक्षकों द्वारा अनुपस्थित छात्र एवं छात्रा के अभिभावक से व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाएगी। इस संबंध में प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिका के द्वारा विद्यालय प्रबंध समिति की सहायता प्राप्त कर छात्र उपस्थिति में अपेक्षित वृद्धि कराई जाएगी। विद्यालय अनुश्रवण के दौरान यदि किसी शिक्षक-शिक्षिका को विद्यालय बिना सूचना अनुपस्थित पाया जाता है तो विद्यालय के प्राचार्य द्वारा अनुश्रवण पदाधिकारी की उपस्थिति में ही अनुपस्थित शिक्षक-शिक्षिका के संदर्भ में शिक्षक उपस्थिति पंजी में अनुपस्थिति दर्ज करनी होगी। जबकि प्राचार्य के बिना सूचना अनुपस्थित रहने की स्थिति में अनुश्रवण पदाधिकारी द्वारा शिक्षक उपस्थिति पंजी में अनुपस्थित दर्ज किया जाएगा एवं अनुपस्थित प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिका का उक्त तिथि का वेतन भुगतान स्थगित रहेगा। संबंधित जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक द्वारा अनुपस्थित प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिका से स्पष्टीकरण पूछा जाएगा। स्पष्टीकरण असंतोषप्रद होने की स्थिति में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक द्वारा निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी/ जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को अनुपस्थित प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिका के अनुपस्थित अवधि का वेतन स्थाई रूप से कटौती हेतु अनुशंसा की जाएगी। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक द्वारा अनुपस्थित प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिका से स्पष्टीकरण पृच्छा के संबंध में कृत कार्रवाई की पंजी संधारित की जाएगी। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण पृच्छा एवं कृत कार्रवाई से संबंधित प्रतिवेदन प्रत्येक माह जिला शिक्षा पदाधिकारी को समर्पित किया जाएगा। सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा इस बेस्ट मोबाइल एप के माध्यम से किए गए अनुश्रवण एवं कृत कार्रवाई की समीक्षा प्रत्येक माह जिला स्तर पर की जाएगी। इस समीक्षा बैठक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना की उपस्थिति अनिवार्य होगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा प्रत्येक माह इससे संबंधित प्रतिवेदन शिक्षा विभाग बिहार सरकार एवं बिहार शिक्षा परियोजना परिषद को समर्पित किया जाएगा। जिसके आधार पर राज्य स्तरीय विभागीय बैठक में समीक्षा की जाएगी। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक इस अनुश्रवण कार्य के लिए नोडल पदाधिकारी बनाए गए हैं।