कोसी के गांवों में दिखने लगा कर्फ्यू सा नजारा, घरों में कैद हुए लोग
संवाद सूत्र सरायगढ़ (सुपौल) कोसी नदी में जलस्तर की वृद्धि के कारण सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड
संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल): कोसी नदी में जलस्तर की वृद्धि के कारण सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के एक दर्जन से अधिक गांव में बीते दो दिनों से लोगों के घर-आंगन के अगल-बगल पानी जमा है। कोसी का पानी इलाके के लोगों को रबी फसल से भारी नुकसान दे सकता है। पानी मूंग, पटसन सहित अन्य फसल की खेतों में घुस गया है, जिस कारण उसके सूखने की संभावना बन गई है। कोसी के इलाके के कई लोगों ने बताया कि फसल क्षति होने पर उन सबों के सामने काफी संकट खड़ा होगा, क्योंकि जैसे ही फसल तैयार होने की स्थिति में आया कि कोसी का पानी उसको अपने चपेट में लेता जा रहा है। लौकहा पंचायत के मुखिया राजकुमार यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि कोसी नदी के पानी के कारण उनके यहां आधे दर्जन गांवों में लोगों में मायूसी बन गई है। पानी लोगों के फसल को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। नदी के विभिन्न मुहाने में तेज गति से बह रहे पानी के कारण लोगों को आवागमन की भी समस्या खड़ी हो गई है। ढोली पंचायत की मुखिया सुमित्रा देवी ने बताया कि नाव के अभाव में अब लोग घरों में कैद होते जा रहे हैं। बीते 3 दिनों से एक तरह से कर्फ्यू सा नजारा दिखाई दे रहा है। गांव के लोग चाहकर भी बाहर नहीं निकल पाते हैं, क्योंकि जगह-जगह पानी भरा रहने से उस में डूबने की संभावना है। मुखिया ने बताया कि इसकी जानकारी अंचलाधिकारी को दी गई है। मुखिया ने जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द कोसी के गांव में आवश्यकता अनुसार नाव दी जाए ताकि लोग सुरक्षित आवागमन कर सके।
उधर नेशनल हाईवे के बगल भपटियाही घाट पर स्थानीय कुछ लोगों द्वारा छोटी-छोटी नावों का परिचालन शुरू किया गया है। लेकिन नाव मालिक द्वारा लोगों से भाड़े की वसूली होने लगी है। इससे लोगों में आक्रोश दिखाई देता है। कोसी के गांव बलथरवा, कटैया, ढोली, सियानी, झखराही, भुलिया, कटैया, भुलिया आदि जगह के कई लोगों का कहना है कि उन सबको भपटियाही बाजार तथा कुछ अन्य जगहों पर जाने के लिए अभी से ही 50 से 60 रुपये तक का भाड़ा देना पड़ रहा है। इस कारण गरीब लोगों की परेशानी बढ़ जाती है।
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कोसी में नाव चलाने वाले कुछ नाव मालिकों का कहना है कि वह सब अपनी नाव चला रहे हैं। इस कारण दिन भर मेहनत का पैसा लेना जरूरी है। बताया कि जब सरकार नाव चलाने लगेगी तब वह लोगों से पैसा लेना बंद करेंगे अन्यथा तब तक पैसा लेते रहेंगे।