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फाइलों में घूम रही ट्रामा सेंटर बनाने की मांग

पांच साल यह हाल लोगो कैच वर्ड उदासीनता -भपटियाही में ट्रामा सेंटर नहीं होने से आए ि

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Sep 2020 10:22 PM (IST)Updated: Sat, 12 Sep 2020 10:22 PM (IST)
फाइलों में घूम रही ट्रामा सेंटर बनाने की मांग
फाइलों में घूम रही ट्रामा सेंटर बनाने की मांग

पांच साल, यह हाल लोगो कैच वर्ड : उदासीनता

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-भपटियाही में ट्रामा सेंटर नहीं होने से आए दिन बढ़ती जा रही परेशानी

-दुर्घटना के शिकार मरीजों को भेजना पड़ता है अन्यत्र अस्पतालों में

संसू, सरायगढ़ (सुपौल) :

बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए सरायगढ़ भपटियाही प्राथमिक स्वास्थ्य में ट्रामा सेंटर स्थापित करने की मांग लंबे समय से होती रही है, लेकिन आज तक इस सेंटर की स्थापना नहीं हो सकी। क्षेत्र के लोगों की यह मांग आज भी फाइलों की धूल फांक रही है। नतीजतन बेहतर इलाज के अभाव में दुर्घटना के शिकार लोगों की जान जाती रहती है।

ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर को बने काफी समय गुजर गए। हाईवे का जब से निर्माण हुआ तब से इस क्षेत्र में दुर्घटनाओं की रफ्तार काफी तेज हो गई है। नेशनल हाईवे के ठीक बगल में अवस्थित होने के कारण आए दिन हो रही दुर्घटनाओं के शिकार लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरायगढ़ भपटियाही लाए जाते हैं।

इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए एक लाख से अधिक आबादी निर्भर है। प्रखंड क्षेत्र के अलावा निर्मली किशनपुर सहित कुछ अन्य जगहों के भी मरीजों को यहां बेहतर इलाज के लिए लाया जाता है। ट्रामा सेंटर नहीं होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद दुर्घटना के शिकार लोगों को जिला मुख्यालय सुपौल भेजा जाता है और वहां से फिर कई मरीजों को दरभंगा और पटना रेफर कर दिया जाता है। इस क्रम में कई मरीजों की जान चली जाती रही है। ऐसी स्थिति में अगर पीएससी सरायगढ़ भपटियाही में ट्रामा सेंटर स्थापित होता तो कई लोगों की जान बच सकती है।

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हाईवे बनने के साथ ही ट्रामा सेंटर की होने लगी मांग

नेशनल हाईवे के बनने के साथ ही स्थानीय लोगों द्वारा पीएससी सरायगढ़ भपटियाही में ट्रामा सेंटर स्थापना की मांग होती रही। लोगों का कहना था की जिदगी और मौत से जूझने वाले मरीजों को ट्रामा सेंटर होने से तुरंत लाभ मिल सकता है। उसकी जान भी बच सकती है। जानकारी अनुसार ट्रामा सेंटर के लिए विभागीय स्तर पर कुछ पहल भी हुई, लेकिन बाद में वह यथावत रह गई। जिले के निर्मली से लेकर प्रतापगंज के बीच हाईवे के बगल में आज तक कहीं ट्रामा सेंटर नहीं बन सका।

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क्या कहते हैं स्थानीय लोग

स्थानीय कई लोगों का कहना है कि यदि पीएचसी सरायगढ़ भपटियाही में ट्रामा सेंटर बना दिया जाए तो अधिकांश लोगों को समय से उपचार मिलेगा और उनकी जान बच सकती है। लोगों का कहना है कि ट्रामा सेंटर समय की मांग है। इसे बनाने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को तत्काल पहल करनी चाहिए। लोगों का कहना है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इस समस्या के निदान के लिए प्रयास करें तो जल्द से जल्द ट्रामा सेंटर स्थापित हो सकता है।

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बोले चिकित्सा पदाधिकारी

पीएससी सरायगढ़ भपटियाही के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रामनिवास प्रसाद ने कहा कि ट्रामा सेंटर स्थापित करने की बात तो दूर रही वर्तमान में पीएससी में कंपाउंडर और ड्रेसर भी नहीं है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में बुनियादी सुविधा भी उपलब्ध हो जाए तो भी लोगों को हद तक राहत मिल सकती है। चिकित्सक ने कहा ट्रामा सेंटर बनाना ऊपर के स्तर की बात है।


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