बच्चों को कुपोषण से बचाने और जागरूकता लाने के उद्देश्य से लगा पोषण मेला
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के पूर्वी छोर पर अवस्थित छिटही हनुमान नगर पंचायत में पक्की नली गली निर्माण में सरकार के उद्देश्यों की कई जगहों पर खुलेआम अनदेखी किए जाने का मामला सामने आ रहा है। जानकारी अनुसार पंचायत क्षेत्र में अधिकांश जगहों पर गली नली निर्माण में समूह के सुविधाओं को दरकिनार कर दिया गया है। पंचायत क्षेत्र में कुछ ऐसी योजनाओं का संचालन भी किया गया है जिसमें सिर्फ और सिर्फ एक ही परिवार को लाभ पहुंच रहा है।
सुपौल। मुख्यालय स्थित सुपौल उच्च माध्यमिक विद्यालय सुपौल के सभागार में आईसीडीएस की ओर से राष्ट्रीय पोषण मेले का आयोजन किया गया। इस मेले का शुभारंभ उप विकास आयुक्त मुकेश कुमार सिन्हा, आईसीडीएस के डीपीओ राखी कुमारी, डॉ मेजर शशि भूषण ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। मेला को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त ने कहा कि बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए और लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से इस पोषण मेला का आयोजन किया गया है। छोटी उम्र में बाल कुपोषण से वयस्क जीवन पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। जिसमें छोटी उम्र में लंबाई ठीक से नहीं बन पाने से वयस्क होने पर भी लंबाई कम पड़ जाती है। कहा कि भारत में औसतन 5 साल से छोटे हर 10 बच्चे में से 5 बच्चे कुपोषित हैं। हमारे बच्चों में 10 में से 7 बच्चे कुपोषण के कारण नाटे हो जाते हैं। बच्चे को 6 माह तक मां का दूध पिलाना चाहिए नहीं तो बच्चे कुपोषित हो जाते हैं। कुपोषण से बचाने के लिए बच्चे के खानपान पर ध्यान रखना जरूरी हो जाता है। उसे समय-समय पर पौष्टिक आहार देना चाहिए। बच्चों में कुपोषण को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से यह राष्ट्रीय पोषण मेला का आयोजन किया गया है। इसके अलावा कुपोषण से बच्चों में अल्प वजन एवं दुबलापन की दर में कमी लाई जा सकती है। डीपीओ आईसीडीएस ने कहा कि योजना को सफलतापूर्वक लागू करने हेतु विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए बच्चों के कुपोषण की दर में प्रति वर्ष 2 प्रतिशत एवं किशोरी व महिलाओं के एनीमिया दर में प्रति वर्ष 3 प्रतिशत की कमी लाने का प्रयास किया जा रहा है। योजना शत प्रतिशत जमीन पर उतरे और लोगों में जागरूकता आए ताकि कुपोषण जड़ से समाप्त हो इस उद्देश्य से यह मेला का आयोजन किया गया है। इस मौके पर सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी पर्यवेक्षिका व सेविका उपस्थित थे।