सरसों के फूल के साथ खिले किसानों के चेहरे
कभी बाढ़ की विभीषिका तो कभी सुखाड़ की मार से परेशान जिले के किसानों के चेहरे पर अन्य सालों की अपेक्षा इस साल अधिक खिले हुए हैं। वजह इस साल प्रकृति ने किसानों का भरपूर साथ दिया है जिससे रबी फसल इस साल खिली हुई है।
सुपौल। कभी बाढ़ की विभीषिका तो कभी सुखाड़ की मार से परेशान जिले के किसानों के चेहरे पर अन्य वर्षो की अपेक्षा इस साल अधिक खिले हुए हैं। वजह इस साल प्रकृति ने किसानों का भरपूर साथ दिया है, जिससे रबी फसल इस साल खिली हुई है। गेहूं के साथ सरसों की फसल हरियाली के साथ पीले फूलों से लदी हुई है जिसे देख किसान खुशी से झूम उठे हैं। किसानों का कहना है कि रबी मौसम में शामिल तेलहन इस बार पिछले कई वर्षो की अपेक्षा काफी अच्छी है। यदि आगे सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो इस बार तेलहन का पैदावार अच्छा होगा। किसान सरसों की हरियाली व पौधे में लगे फूल को देख गदगद हैं।
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रबी मौसम ने दिया भरपूर साथ
किसानी में मौसम की दगाबाजी से परेशान किसानों के लिए इस बार रबी के वक्त मौसम ने भरपूर सहयोग दिया। किसानों का कहना है कि मौसम के साफ व धूप खिले रहने के कारण खेती अगता किया। अनुकूल धूप रहने के कारण खेत की तैयारी करने में भी आसानी हुई। जिससे फसल समय से बोई गई।
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मौसम है अनुकूल
विभाग की मानें तो इस बार रबी फसल अन्य वर्षो की अपेक्षा काफी अच्छी है। खासकर तेलहन की फसल काफी अच्छी है। कृषि विशेषज्ञों की मानें तो उनका कहना है कि जिस प्रकार का मौसम है यदि ऐसा रहा तो लाही कीट के प्रकोप की संभावना नहीं हो सकती है।
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कहते हैं किसान
पिपरा के धर्मपाल मंडल, शिव नारायण मंडल, लक्ष्मण साह का कहना है कि कई सालों के बाद सरसों में यह फूल देखने को मिल रहा है। फिलहाल वे लोग लाही रोग को लेकर भी सचेत हैं। इन लोगों का कहना है कि इस बार रबी फसल की बोआई समय पर किया। मौसम ठीक रहने के कारण समय से सिचाई भी की फसल अच्छी है पैदावार होगी ही।