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सड़क दुर्घटना में दो जख्मी

सरायगढ़ (सुपौल) भपटियाही-सुपौल सड़क मार्ग पर मस्जिद चौक के समीप एक तेज रफ्तार वाहन ने मो

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 12:21 AM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 12:21 AM (IST)
सड़क दुर्घटना में दो जख्मी

सरायगढ़, (सुपौल): भपटियाही-सुपौल सड़क मार्ग पर मस्जिद चौक के समीप एक तेज रफ्तार वाहन ने मोटरसाइकिल पर सवार पति-पत्नी को ठोकर मार दिया। दुर्घटना में चिल्हवा गांव निवासी मु. हदीस तथा उसकी पत्नी सेहरा खातून जख्मी हो गई। दुर्घटना के वक्त दोनों अपनी मोटरसाइकिल से सब्जी खरीदने के लिए भपटियाही बाजार आ रहे थे। ठोकर लगने से दोनों नीचे गिर गए, लेकिन चार चक्के का चालक गाड़ी लेकर भागने में सफल रहा। दोनों पति-पत्नी को इलाज हेतु पीएचसी में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के डॉ. शाहनवाज ने बताया कि जख्मी दोनों खतरे से बाहर हैं।

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जमीन विवाद में मारपीट सरायगढ़, (सुपौल): भपटियाही थाना क्षेत्र के अंसारी टोला छिटही हनुमाननगर वार्ड नंबर 13 में रविवार की सुबह जमीन विवाद को लेकर हुई मारपीट में एक व्यक्ति जख्मी हो गया। जख्मी का इलाज स्वास्थ्य केंद्र सरायगढ़ में किया जा रहा है। जानकारी अनुसार अंसारी टोला निवासी समसुद्दीन अंसारी अपने खेत में घर बना रहे थे कि उसके बगल के मु. मजरुल अंसारी, मु. शमशाद और सगिना खातून ने पुरानी दुश्मनी के चलते मारपीट शुरू कर दिया। समसुद्दीन को उसका पिता करीमुल्ला अंसारी बचाने गए तो लोगों ने उसके साथ भी मारपीट कर जख्मी कर दिया। आसपास के लोगों के पहल पर मामला शांत हुआ तो जख्मी करीमुल्ला अंसारी को भपटियाही थाना लाया गया, जहां से उसे इलाज के लिए पीएचसी भेज दिया गया।

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सामुदायिक किचेन की दूरी रहने से परेशानी मरौना(सुपौल): वैश्विक महामारी कोरोना में आपदा प्रबंधन विभाग ने बेहतर पहल करते हुए जिले में सामुदायिक किचेन की शुरुआत की है। सामुदायिक किचेन में गरीब, असहाय, दिव्यांगों को दोनों वक्त का भोजन निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। सामुदायिक किचेन संचालन के संबंध में अंचलाधिकारी निरंजन सुमन ने कहा कि आपदा विभाग के निर्देशानुसार प्रखंड क्षेत्र के रसुआर के उच्च विद्यालय में सामुदायिक किचन का संचालन प्रारंभ कर दिया गया है। इधर मरौना, भलुआही, कुंआटोल आदि गांवों के कुछ लोगों का कहना है कि यह व्यवस्था मरौना प्रखंड के मध्य में रहती तो और भी लोगों को फायदा होता, लेकिन प्रखंड क्षेत्र के उत्तर अंतिम छोड़ पर यह व्यवस्था होने से मरौना-भलुआही के लोग वंचित रह जाते हैं।


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