बौद्ध भिक्षुओं से लदी बस हाईवे पर ट्रक से टकराई
सुपौल। ईस्ट-वेस्ट-कॉरिडोर पर गुरुवार की अल सुबह सिलीगुड़ी-रांची जगदंबे ट्रेवल्स कोसी मह
सुपौल। ईस्ट-वेस्ट-कॉरिडोर पर गुरुवार की अल सुबह सिलीगुड़ी-रांची जगदंबे ट्रेवल्स कोसी महासेतु से आगे टोल प्लाजा के समीप एक ट्रक से टकरा गई। जिससे बस में सवार 25 के करीब बौद्ध भिक्षु जख्मी हो गए। बस पर 62 बौद्ध भिक्षु सवार होकर बोधगया यात्रा पर जा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कुहासे के कारण बस ने एक ट्रक को पीछे से टक्कर मार दी। जिससे कई बौद्ध भिक्षु घायल हो गए और उनमें अफरा-तफरी मच गई। दुर्घटना में बस भी क्षतिग्रस्त हुई है। घायलों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरायगढ़-भपटियाही लाया गया। जहां चिकित्सकों द्वारा सभी का प्राथमिक उपचार किया गया। कुछ घायल भिक्षु को निर्मली अस्पताल भेज दिया गया। सूचना मिलने पर किशनपुर थाना पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया। उधर घटना के तुरंत बाद नेशनल हाईवे की एम्बुलेंस से सभी घायलों को अस्पताल से उपचार कराने के बाद पुन: बस पर ले जाकर छोड़ा गया। अस्पताल में इलाजरत बौद्ध भिक्षुओं ने बताया कि उन्हें बस के टकराने के बाद इसका आभास हुआ, लेकिन तब तक कई लोगों को चोटें लग चुकी थी। फिर दरवाजे को किसी तरह तोड़ कर सभी लोग बाहर निकले।
बौद्ध भिक्षु ने बताया कि कुहासे के कारण यह घटना घटी है। घायलों में महिलाएं भी थी जो काफी घबराई हुई थी। पुलिस ने घटना की पूरी जानकारी लेने के बाद सभी लोगों को फिर से बस में बैठाकर बोधगया के लिए भेज दिया गया।
ये लोग हुए घायल
बस और ट्रक की टक्कर में जो लोग घायल हुए। उसमें भूटान का रहने वाला ऑटरो, हंसे, राजे, करम दीरग, सिनग रिलवे, संगे छोरेल, सि¨टग सोने, चम्पेला, तरूण वरमण, हस्सी, करमा, सिरोगी, नादो, जिम्मी, वागही, टिसुम, चै¨लग, सैरुंग, नागमेन आदि का नाम शामिल है। आयुष चिकित्सक डॉ. पंकज कुमार मिश्रा ने बताया कि अस्पताल में एमबीबीएस चिकित्सक के नहीं रहने से कठिनाई हुई है। संसाधनों की कमी के कारण घायलों का समुचित इलाज संभव नहीं हो सका।