विकास आनंद ने किया जिले का नाम रौशन
नौकरी मामले में आज देश मंदी के दौर से गुजर रहा है। निजी सेक्टरों में काम कर रहे करीब नब्बे लाख लोगों की नौकरी चली गई है। बिहार में विकास की स्थिति निराशाजनक बनी हुई है। नीतीश सरकार दबाव में काम करने को मजबूर है। सरकार की स्थिति ऐसी है कि वे चाहकर भी बलात्कार हत्या डकैती जैसे जघन्य अपराध पर लगाम नहीं लगा पा रही है। उक्त बातें कांग्रेस नेत्री सह पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कही।
सुपौल: संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा में ऑल इंडिया 138 वां रैंक लाकर सुपौल के विकास आनंद ने जिले का नाम रौशन किया है। उनके पिता सुपौल वार्ड नंबर 25 निवासी सत्येंद्र झा ने बताया कि विकास का चयन विदेश मंत्रालय में असिस्टेंट सेक्शन आफिसर के पद के लिए किया गया है। विकास फिलहाल कस्टम विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है। दसवीं तक की पढ़ाई इसने आरएसएम पब्लिक स्कूल से की तथा 12 वीं रामकृष्ण मिशन से किया। स्नातक की डिग्री दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की। उनके चयन से शहरवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।