बदला-बदला सा नजर आ रहा मतदाताओं का तेवर
लगातार हो रहे विकास में सुगम यातायात ही विकास का रास्ता माना जा रहा है। चुनाव में भी नेताओं द्वारा वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए सड़क के विकास की चर्चा कर लोगों का दिल जीतना चाहते हैं। लेकिन जिले का हृदय स्थली सिमराही बाजार पिछले कई वर्षों से जाम के झाम में फंसा
संवाद सूत्र, प्रतापगंज(सुपौल): जारी आईपीएल क्रिकेट से कम रोमांचकारी नहीं है आसन्न सुपौल लोकसभा क्षेत्र का चुनावी अभियान। मुकाबला तीसरे चरण में 23 अप्रैल को होना है। जिसके लिए फिल्डिग लगाई जा रही है। लोकसभा क्षेत्र अन्तर्गत पड़ने वाले त्रिवेणीगंज विधानसभा क्षेत्र के प्रतापगंज प्रखंड के कुल मतदाता 67845 शामिल हैं। जिनमें पुरुष मतदाता 35474 एवं महिला मतदाता 32371 हैं। इस लोकसभा क्षेत्र से 20 प्रत्याशी मैदान में हैं। होने वाले मुकाबले में ऐसे भी प्रतिनिधि हैं जिन्हें मतदाता चाहें तो दूसरी पारी खेलने का मौका दे सकते हैं अन्यथा मैदान में डटे प्रत्याशियों में से किसी एक का आना तो लाजिमी है। लेकिन अधिकांश के प्रति मतदाता जिस हिसाब से आरोपों की गुगली फेंक रहे हैं लगता है अपील की गुंजाइश नहीं रहेगी और क्लीन बोल्ड ही होंगे। मतदाताओं का फार्म इस बार बदला-बदला नजर आ रहा है। वे जात-पात से उपर उठकर उन उम्मीदवारों में से अपने चहेते उम्मीदवार को चुनने का मौका इसबार गंवाना नहीं चाह रहे हैं। इस चुनाव में सबसे मजे की बात यह है कि उम्मीदवार या उनके समर्थक अपनी दलीलें देकर जैसे ही मतदाताओं के बीच से निकलते हैं मतदाताओं में वाद-विवाद शुरु हो जाता है। पक्ष-विपक्ष पर चर्चा होती है। खासकर क्षेत्र की जनसमस्याओं के मुद्दे पर तो मतदाता खतरनाक बाउंसर फेंकने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। मतदाताओं के जबरदस्त फार्म को देखते हुए प्रत्याशी व उनके समर्थक खुलकर खेलने के बजाय डिफेंसिव स्ट्रोक खेलने को मजबूर हैं। अतिरिक्त खिलाड़ी की तरह वोट कटवा प्रत्याशी इसबार मैदान में उतरने से अच्छा बाउंड्री लाइन पर बैठना ही पसंद कर रहे हैं। वैसे चुनावी मुकाबला करीब है देखना है कि होता है क्या। क्योंकि क्रिकेट की तरह ही राजनीति में भी भविष्यवाणी की गुंजाइश कम ही रहती है।