मुद्दों की चासनी में बन रही चुनावी फिजा
चुनाव की तारीख ज्यों-ज्यों निकट आती जा रही है सारा सिस्टम चुनावी मोड में आता जा रहा है। हर बैठक चौपाल में देश की अंदरुनी नीति विदेश नीति अतीत की स्थिति वर्तमान हालात सब पर तर्कसंगत चर्चा। प्रधानमंत्री से लेकर अपने क्षेत्र के प्रतिनिधि तक की पूरी समीक्षा से भी बाज नहीं आ रही जनता। पुलवामा की घटना से बात शुरु होती है और अभिनंदन पर खत्म। अंतरिक्ष में भारत की बढ़ती ताकत का पूरा पोस्टमार्टम। मोदी का ओजराहुल के बोलदीदी के तेबरतेजस्वी के तेज यानी सब पर बहस
संवाद सूत्र, किशनपुर(सुपौल): प्रखंड क्षेत्र में चुनावी चर्चाएं तेज हो गई है। कार्यकर्ता अपने-अपने दल की जीत को लेकर तरह-तरह के आजमाईश करने लगे हैं तो आम लोग भी अपने मताधिकार को सही जगह करने के लिए गुणा भाग करने लगे हैं। अब चौक-चौराहों से लेकर चाय-नाश्ता की दुकानों पर लोग मुद्दों की चाशनी चढ़ा कर चुनावी फिजा बनाने लगे हैं। प्रचार अभियान जोर पकड़ने के साथ ही लोगों के बीच पक्ष विपक्ष में तर्क वितर्क करने का दौरा शुरू हो गया है। चर्चाओं के दौरान लोग पार्टी लाइन पकड़ कर उसी के हिसाब से टेंपो बनाने लगे हैं। इन चर्चाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर पाकिस्तान में घुस कर की गई एयर स्ट्राइक मुख्य मुद्दा बनने लगा है। हालांकि रोजगार, नौकरी, किसानों की समस्या, महंगाई को लेकर भी लोगों के बीच गरमा-गरम बहस चलने लगी है। शहर से लेकर प्रखंड मुख्यालयों में फल की दुकान से लेकर चौक चौराहों पर चुनावी चर्चाओं को लेकर लोगों का अड्डा बनने लगा है। रविवार को सरकारी बंदी होने के कारण भी बाजार स्थित गोल चौक के समीप एक चाय की दुकान पर विभिन्न गांवों से आए लोग आपस में चुनावी चर्चा के दौरान गरमा गरम बहस कर रहे थे। इन चर्चाओं में शामिल कुछ सदस्य कहते हैं कि सरकार मजबूत रहेगी तभी देश के हित में निर्णय ले सकेगी। देश से ऊपर कुछ नहीं है। यह चुनाव केंद्र में सरकार चुनने का है। राष्ट्रीय मुद्दों को ध्यान में रख कर वोट देना चाहिए। वहीं दूसरी ओर कुछ लोग कहते हैं कि जाति धर्म से ऊपर उठ कर वोट देना चाहिए। रोजगार, नौकरी तथा किसानों की समस्या दूर करने के लिए सभी दल दावा कर रहे हैं। सभी को परख कर वोट करना चाहिए। कुछ सरकार चुनावों के समय में वादा करते हैं और सरकार बनने के बाद सबकुछ भूल जाते हैं ऐसे लोगों को सबक सिखाने की जरूरत है। अगर इसबार गलती करोगे तो फिर पांच वर्ष तक अंगुली दबाते रह जाओगे। झट से एक ने कहा कि आतंकवाद भी एक मुद्दा है। देश सुरक्षित रहेगा तभी विकास तेजी से होगा। देश हित सबसे पहले है। सरकार ऐसी चुनना चाहिए जो देश का मान बढ़ाए।