तीज और चौठचंद को लेकर बाजारों में दिखी चहल पहल
फोटो फाइल नंबर-11एसयूपी-2,3 ---------------------- -महिलाएं करेंगी तीज व्रत, मांगेगी सुहाग
फोटो फाइल नंबर-11एसयूपी-2,3
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-महिलाएं करेंगी तीज व्रत, मांगेगी सुहाग का वरदान
जागरण संवाददाता, सुपौल: अखंड सौभाग्य की कामना मन में लिए आज महिलाएं तीज व्रत व चौठचंद होगा। दोनों पर्व को लेकर बाजार में काफी चहल-पहल है। इन पर्वों में फल-फूल, मिट्टी के बर्तन, बांस की डाली की आवश्यकता होती है लिहाजा इनकी कीमतों में काफी वृद्धि हुई है। पर्व की खरीदारी को लेकर मंगलवार को बाजार में काफी भीड़ रही। संकल्प शक्ति का प्रतीक और अखंड सौभाग्य की कामना लिए महिलाएं तीज करती हैं। अक्षय सौभाग्य और सुख की लालसा हेतु श्रद्धा, लगन और विश्वास के साथ इस व्रत को सौभाग्यवती स्त्रियां करती हैं। नए वस्त्र, हाथों में भरी चूड़ियों के साथ सजी मेहंदी और ऊपर से सोलहों श्रृंगार कर सुहागिनें पूजा करती हैं। भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्तियों का विधिवत पूजन किया जाता है। माता पार्वती पर सुहाग का सारा सामान चढ़ाया जाता है। मां पार्वती को चढ़ायी जानेवाली डलिया का विशेष महत्व है। इसमें श्रृंगार की सामग्री होती है। जो बाजार में 20 रुपये से लेकर 100 रुपये तक उपलब्ध रहता है। पूजन विधि के बाद हरितालिका तीज की कथा सुनी जाती है। इस व्रत को विधिपूर्वक करने से भगवान शिव स्वयं उसके सौभाग्य की रक्षा करते हैं। शिवपुराण के अनुसार इस पावन व्रत को सबसे पहले राजा हिमवान की पुत्री माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए किया था। उनके तप व अराधना से खुश होकर भगवान शिव ने माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। उत्तर भारत में यह व्रत कुंवारी लड़कियां भी करती है। माना जाता है कि शिवजी को पति के रूप में पाने के लिए इस व्रत को पार्वतीजी ने शादी से पहले किया था। इधर दोनों पर्व को लेकर बाजार में फलों की कीमत चढ़ी हुई है। खीरा 60 रुपये किलो, केला 40 रुपये दर्जन बिक रहे थे। चौठचंद में दही जमाने के लिए मिट्टी की बर्तनों की भी लोग खरीदारी कर रहे थे। पर्व को लेकर कपड़ों की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ देखी गई।