बिजली पर भी टूटता है आंधी-तूफान का कहर, सुविधा से वंचित होते हैं लोग
प्रखंड मुख्यालय में कैंप लगाकर किसानों को सिचाई व्यवस्था करने को लेकर सरकार द्वारा कृषक के हित के लिए निश्शुल्क विद्युत कनेक्शन हेतु आवेदन लिए गए। कनीय अभियंता नितेश कुमार शर्मा ने बताया कि प्रत्येक बुधवार को प्रखंड मुख्यालय में कैंप लगाकर मुक्त बिजली कनेक्शन सिचाई करने के लिए आवेदन प्राप्त कर खेतों तक बिजली पहुंचाई जाती है। उन्होंने बताया कि 6 आवेदन प्राप्त हुए हैं। आवेदन फॉर्म के साथ किसानों से पहचान पत्र एवं आवासीय पहचान पत्र तथा जमीन की रसीद ली जाती है।
-कोट
-आंधी के कारण कई जगहों पर फाल्ट था जिसे हद तक ठीक करवा लिया गया। जहां नहीं हुआ है वहां पर भी कार्य जारी है। यहां पर कर्मियों की बहुत कमी है। जिसकी वजह से देर हो जाती है।
वासिद फरीदी
सहायक अभियंता
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संवाद सूत्र, मरौना(सुपौल): आग बरसाती गर्मी में बिजली की समस्या लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। आंधी पानी क्या आती है कई दिनों के लिए बिजली ही गुल हो जाती है। हालांकि मरौना प्रखंड में लगभग 13 पंचायत के कुछ न कुछ गांव में बिजली की स्थिति खराब ही रहती है। तीन दिनों से गिदराही में लोग बिजली की सुविधा से वंचित हैं। अगर बिजली आती भी है तो 5 मिनट रही और घंटो गायब। जबकि प्रखंड के कई अन्य इलाकों में भी बिजली आपूर्ति का यही हाल है।
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मानव बल की भी है कमी
बिजली विभाग के वरीय अधिकारियों का कहना है कि यहां क्षेत्र के हिसाब से मानव बल की बहुत कमी है। जिस वजह से भी फॉल्ट समय पर ठीक नहीं हो पाता है। विभाग को इस ओर ध्यान देना चाहिए और कर्मियों की कमी को पूरा करना चाहिए। इधर कुछ बिजली मिस्त्री का कहना है कि क्षेत्र में कई जगहों पर 11 हजार का तार बांस, पेड़ में सटा हुआ है जिस वजह से भी बराबर फ्यूज जल जा रहा है। कहा कि कुछ जगहों पर पेड़ को काट कर हटाने का प्रयास भी किया गया। लेकिन लोगों द्वारा विरोध ही किया गया। जिसके कारण कहीं-कहीं फॉल्ट हो रहा है। गिदराही गांव में भी 11 हजार तार जो गिदराही ट्रांसफार्मर से परिकोच एयरटेल टॉवर में जोड़ा गया है। वहीं तार गिदरही गांव में धर्मलाल दास घर के निकट सटा है। जिससे इस गांव की बिजली बाधित होती है।
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गिदराही में कभी भी हो सकता है हादसा
वैसे तो प्रखंड में बिजली पोल की बात करें तो कुछ न कुछ सभी जगहों पर विभागीय लापरवाही व ठेकेदारों की मेहरवानी से अधिकांश 11 हजार का पोल झुका हुआ है। लेकिन गिदराही से परिकोच की तरफ जो एयरटेल टॉवर में 11 हजार तार जोड़ा गया है वह गिदराही गांव के एक खेत में पोल की दूरी के कारण पूरे नीचे लटक गया है जो कभी भी बड़े हादसे को निमंत्रण दे सकता है।