पर्यावरण की दिशा में होना होगा सजग, अन्यथा भुगतने होंगे परिणाम
-पौध लगाएं-वृक्ष बचाएं --------------------------- -प्रदूषण से देश को बचाने व आने वाली पीढ़ी को
-पौध लगाएं-वृक्ष बचाएं
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-प्रदूषण से देश को बचाने व आने वाली पीढ़ी को हरा-भरा विरासत सौंपने की जागरण ने की है पहल
-पर्यावरण असंतलुन से तरह-तरह के प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे हैं लोग
-आइटीआइ परिसर सुपौल से पौध लगाएं-वृक्ष बचाएं अभियान का हुआ आगाज
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फोटो फाइल नंबर-18एसयूपी-2,3,4,5,6,7,8,9,10,11
जागरण संवाददाता, सुपौल: पर्यावरण संकट आज देश के समक्ष खतरे के रूप में सामने आ रहा है। पर्यावरण असंतुलन का खामियाजा देश देख और भोग चुका है। लातूर का जल संकट, दिल्ली एनसीआर का धुंध आदि ने पर्यावरण की दिशा में देश को सोचने को मजबूर कर दिया है। इसके अलावा पर्यावरण असंतुलन देश में तरह-तरह की प्राकृतिक आपदाओं का माध्यम बन रहा है। अगर हम पर्यावरण संतुलन की दिशा में सजग नहीं हुए तो आने वाले दिनों में और अधिक संकट से जूझना पड़ेगा। घटते वन संपदा के कारण आज प्रदूषण भरे माहौल में लोग जीने को विवश हैं। हरियाली गायब है, प्रदूषण का बोलबाला है। प्रदूषण से देश को बचाने व आने वाली पीढ़ी को हरा-भरा विरासत सौंपने को ले जागरण ने पहल की है। पौधे लगाएं, वृक्ष बचाएं के माध्यम से जागरण ने हरियाली व शुद्ध पर्यावरण का अभियान छेड़ा है। इसकी शुरूआत 18 जुलाई 2018 यानि बुधवार से कर दी गई है।
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आइटीआइ मैदान में पौधरोपण कर जागरूकता का संदेश
दैनिक जागरण द्वारा छेड़े गये मुहिम व शुरू किये गये अभियान के क्रम में बुधवार को दैनिक जागरण द्वारा वन विभाग के सहयोग से स्थानीय आइटीआइ मैदान में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया तथा पौधरोपण को ले जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से लगभग दो सौ विभिन्न किस्म के पौधे लगाए गए और एक सौ पौधे का वितरण किया गया। दैनिक जागरण के इस पहल पर अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए अपर समाहर्ता अखिलेश कुमार झा ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करना हर देशवासी का दायित्व व कर्तव्य है। अगर हम पर्यावरण की रक्षा करेंगे, पौधरोपण कर पर्यावरण को संतुलित रखेंगे तो ही हम आने वाली पीढ़ी को हरा-भरा विरासत सौंप पाएंगे। दैनिक जागरण द्वारा पेड़ लगाये जाने के संकल्प की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि जागरण के इस अभियान से आम-आवाम भी जागरूक होंगे और घटते वन क्षेत्र में इजाफा होगा। हरियाली के साथ-साथ पर्यावरण भी संतुलित होगा। उन्होंने ग्रीन सुपौल-क्लीन सुपौल की परिकल्पना को साकार करने के लिए पौधरोपण को दिल और दिमाग में बसा लेने की जरूरत बताई। दैनिक जागरण के इस अभियान पर अपनी शुभकामनाएं देते हुए आरएसएम पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ. विश्वास चन्द्र मिश्र ने कहा कि आधुनिकता की दौर में हम वन संपदाओं की अनदेखी करते चले गये और नतीजा आज हमारे सामने है। वन क्षेत्र जहां 63-64 फीसद रहना चाहिए वहां आज यह 24-25 फीसद पर सिमट कर रह गया है। पर्यावरण का प्रदूषित होना सृष्टि के लिए हानिकारक है। शुद्ध पर्यावरण रहेगा, हरियाली रहेगी तो लोग भी स्वस्थ व निरोग रहेंगे। उन्होंने इस मिशन की सराहना करते हुए कहा कि जिले में पौधे लगाएं-वृक्ष बचाएं का मिशन जोर-शोर से चले। जिलेवासी भी इस मिशन में भूमिका निभाये तो जिले की हरियाली को चार चांद लगेंगे ही।
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पौधरोपण के लिए किया गया प्रोत्साहित
पौध लगाएं वृक्ष बचायें अभियान के तहत बुधवार को दैनिक जागरण द्वारा स्थानीय आइटीआइ परिसर में विभिन्न प्रकार के छायादार व फलदार 25 पौधे लगाये गये। इस मौके पर नप के पूर्व उप मुख्य पार्षद रमेन्द्र कुमार रमण, नप के पूर्व मुख्य पार्षद जगदीश प्रसाद यादव, लोहिया यूथ बिग्रेड के प्रदेश संयोजक डॉ. अमन कुमार, वनों के क्षेत्र पदाधिकारी अर्जुन प्रसाद गुप्ता, आइटीआइ के अशोक प्रसाद सिन्हा, अनिल कुमार झा, संध्या, रघुनंदन प्रसाद शर्मा, नीरज कुमार, शंभू कुमार, सुरेश राम, रवि कुमार, विनय भूषण लाल, दैनिक जागरण के स्थानीय प्रभारी भरत कुमार झा, वनपाल वकील पासवान, शिवेन्द्र राय आदि ने पौधरोपण कर जहां मिशन पौध लगाए, वृक्ष बचायें का श्री गणेश किया। वहीं पौधा वितरण कर लोगों को पौधरोपण के लिए प्रोत्साहित भी किया।
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मिशन को जन-जन तक पहुंचाने की है जरूरत
वृक्ष हमें फल और छाया ही नहीं देते बल्कि शुद्ध पर्यावरण के साथ-साथ हमें जीवनदात्री ऑक्सीजन भी देते हैं। कई देशों में तो लोगों ने पर्यावरण के खतरे को देखते हुए डीजल-पेट्रोल से चलने वाली गाड़ी से तौबा कर साइकिल चढ़ना शुरू कर दिया है। जहां हरियाली गायब है वहां पर्यावरण के लिए गंभीर समस्या है। वनों के प्रति हम असंवेदनशील रहें और आज हमें वन लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है। जागरण के इस मिशन को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है।
जगदीश प्रसाद यादव
पूर्व मुख्य पार्षद
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सफल होगा अभियान, लौटेगी हरियाली
पौधरोपण के प्रति शिथिलता व घटते वनों का परिणाम आज हमारे सामने है। हम वनों की उपेक्षा करते चले गये और खुद बिना बुलाये संकट मोल लिये। पूरे विश्व में आज पर्यावरण को ले हाय-तौबा मचा हुआ है। पर्यावरण के खतरे के प्रति अब लोगों की सोच अब बदली है। अब लोग वृक्ष व पौधरोपण के महत्व को समझने लगे हैं। जागरण का यह अभियान सफल होगा और फिर लौटेगी हरियाली।
रमेन्द्र कुमार रमण
पूर्व उप मुख्य पार्षद
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पौधे से है लाभ ही लाभ
वनों के पोषण, संरक्षण व संवर्द्धन को ही ले वन विभाग है। वन विभाग का काम हरियाली लाना है। इसको लेकर विभाग जागरूक भी है। पर्यावरण संकट को देखते हुए अब पौधरोपण अभियान का महत्व समझा जाने लगा है और पौधरोपण में बढ़ोतरी भी हुई है। वृक्ष कभी भी हानि नहीं पहुंचाते। उनसे लाभ ही लाभ है। फल, छाया आदि के साथ-साथ वे पर्यावरण संतुलन में भी भूमिका निभाते हैं। इसलिए लोगों को चाहिए कि वे कम से कम एक पौधे तो अवश्य लगाएं।
अर्जुन प्रसाद गुप्ता
वनों के क्षेत्र पदाधिकारी
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पर्यावरण के लिए पौधरोपण जरूरी
संसार के लिए वृक्ष व पानी ही सबसे अधिक जरूरत है। इसके बिना सृष्टि चल ही नहीं सकती। सभ्यता का विकास हुआ और लोगों ने वन संपदा की उपेक्षा कर दी। धड़ल्ले से वन काटे जाने लगे। हरियाली गायब हो गई और प्रदूषण संकट गहरा गया। पर्यावरण को बचाने के लिए पौधरोपण जरूरी है। दैनिक जागरण ने इस ओर पहल की है जो प्रशंसनीय है।
डॉ. अमन कुमार
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पौधरोपण होगा तो पर्यावरण भी होगा शुद्ध
शुद्ध व स्वच्छ पर्यावरण मानव के साथ-साथ जीव-जन्तुओं के लिए भी जरूरी है। हम जो ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं व प्रदूषण के कारण प्रदूषित हो चला है। जिसका खामियाजा तरह-तरह की बीमारियों के रूप में उठाना पड़ रहा है। पौधरोपण होगा, हरियाली रहेगी तो पर्यावरण भी शुद्ध व स्वच्छ होगा। जागरण के इस मुहिम की प्रशंसा करते हुए उन्होंने लोगों से भी पौधरोपण की दिशा में जागरूक होने की अपील की।
अशोक प्रसाद सिन्हा
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एक वृक्ष सौ पुत्र समान
एक वृक्ष सौ पुत्र समान। यानि सौ पुत्र के समान एक वृक्ष की महत्ता है। पहले के लोग पौधरोपण के महत्व को समझते थे, पौधे लगाते थे और स्वस्थ रहने के साथ-साथ लंबे समय तक जीते थे। पर आज लोगों की आयु छोटी हो चली है। इसके पीछे प्रदूषण एक बहुत बड़ा कारण है। हमें इस ओर जागरूक होना होगा तब जाकर हमें इस समस्या से छुटकारा मिल पाएगा। पौधरोपण को आंदोलन ही नहीं बल्कि जन आंदोलन बनाने की जरूरत है। ताकि देश खुशहाल रह सके।
अनिल कुमार झा