सिवान के 21 थानों को मिला टैब, पेपरलेस होगी पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया
अपराधियों को पकड़ने एवं लंबित कांडों के अनुसंधान में हो रही देरी को लेकर जिले के सभी थानों को हाइटेक बनाने की कवायद शुरू की गई है। पुलिस और उसकी कार्यप्रणाली को हाईटेक बनाने के लिए मुख्यालय की ओर से 21 थानों को टैब दिया गया है। इसके लिए पुलिस पदाधिकारी को ट्रेनिग दे दी गई है।
सिवान । अपराधियों को पकड़ने एवं लंबित कांडों के अनुसंधान में हो रही देरी को लेकर जिले के सभी थानों को हाइटेक बनाने की कवायद शुरू की गई है। पुलिस और उसकी कार्यप्रणाली को हाईटेक बनाने के लिए मुख्यालय की ओर से 21 थानों को टैब दिया गया है। इसके लिए पुलिस पदाधिकारी को ट्रेनिग दे दी गई है। इस टैब के माध्यम से पुलिस पासपोर्ट से संबंधित मामले का निष्पादन करेगी। पासपोर्ट वेरिफिकेशन में आ रहे झमेले से निजात दिलाने के लिए पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया को पेपरलेस किया जाएगा। अगर आवेदक ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया है तो पुलिसकर्मी आवेदक के घर टैब लेकर पहुंचेंगे। इसमें एम पासपोर्ट नामक एप डाउनलोड रहेगा। जिसके माध्यम से सारी जानकारी दस्तावेज के साथ फोटो सहित ऑनलाइन संबंधित जांच पदाधिकारी अपलोड करेंगे। एप पर पुलिसकर्मी द्वारा सारी जानकारी सबमिट करते ही पासपोर्ट कार्यालय रिपोर्ट हो जाएगी। एप युक्त टैब से मिनटों में पासपोर्ट सत्यापन होने के बाद सप्ताह के अंदर पासपोर्ट मिल जाएगा। बता दें कि जिले के थाने ही नहीं बल्कि जितने भी विशेष शाखा हैं उनको भी टैब मिलना है। पासपोर्ट से भी जुड़े सारे काम ऑनलाइन किए जाएंगे। एम-पासपोर्ट एप पर सिर्फ पुलिस काम करेगी।
चंद मिनटों में ही हो जाएगा पासपोर्ट सत्यापन
पहले पासपोर्ट सत्यापन के चक्कर में लोग पुलिस कर्मियों के आगे-पीछे करते थे। इस दौरान कई बार रिश्वत मांगने की भी शिकायत होती रहती थी, लेकिन, टैब के जरिए एप के माध्यम से चंद मिनटों में ही दी गई जानकारियां, तस्वीरें एवं दस्तावेज सबमिट हो जाएंगी। यह नई तकनीक पासपोर्ट सत्यापन के लिए भाग दौड़ से पूरी तरह बचाएगा। कहते हैं अधिकारी जिले के 21 थानों को टैब मिला है। पासपोर्ट के मामले में इसका उपयोग किया जाएगा। इसके लिए पदाधिकारी को ट्रेनिग दे दी गई है। एम-पासपोर्ट एप के माध्यम से सारी जानकारी सबमिट होगी।
अभिनव कुमार
एसपी, सिवान।