एक-एक कर चारो को बुलाया फिर लील गई मौत
सिवान। मौत कब और कहां किसको लील जाए, कोई ठीक नहीं है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण शनिवार को
सिवान। मौत कब और कहां किसको लील जाए, कोई ठीक नहीं है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण शनिवार को विवेकानंद नगर में देखने को मिला। संबंधित मकान में काम कर रहे महावीर पर भगवान की असीम कृपा रही जो घटना के समय पानी लेने चले गए थे। वे लौटे नहीं थे, इधर एक-एक कर चार लोग टैंक में उतरे और काल के शिकार बन गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सेप्टिक टैंक की सेंट¨रग खोलने के लिए सबसे पहले हलचल राम टैंक में उतरे। उनकी कोई हलचल नहीं सुनाई दी तो पुकारा गया। कोई आवाज नहीं आई तो बगल में ही दूसरे मकान में काम कर रहे भरत घुसे। ये भी शांत हो गए। फिर ठेकेदार स्वयं डब्लू उतरा, वह भी शांत पड़ गया। अंत मे दूसरे मकान में ही काम कर रहे अरमान अली उतरे। इनका भी यही हश्र हुआ। तब तक महावीर पानी लेकर आ गए और शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आसपास के काफी लोग जुट गए। इन लोगों को महावीर ने घटनाक्रम से अवगत कराया। फिर पुलिस को सूचना दी गई। स्थानीय महादेवा ओपी इंचार्ज फेराज हुसैन दल-बल के साथ तुरंत पहुंच गए। उन्होंने टंकी में फंसे मजदूरों को निकलवाने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। कोई उसमें उतरने को तैयार नहीं था। इसके बाद छेनी-हथौड़ी से ढलाई को तोड़ने का भी प्रयास हुआ, इसमें भी सफलता नहीं मिली। तब तक एसडीओ श्यामबिहारी मीना भी पहुंच गए। उन्होंने जिलाधिकारी महेंद्र कुमार को घटना की पूरी जानकारी दी। जिलाधिकारी ने फंसे मजदूरों के निकलवाने के लिए जेसीबी का प्रयोग करने के निर्देश दिए। करीब एक घंटे बाद जेसीबी पहुंची। मकान के अगले हिस्से को तोड़कर जेसीबी को सेप्टिक टैंक तक पहुंचाया गया। मकान तोड़ने के दौरान ही जिलाधिकारी भी पहुंच गए। घंटों मशक्कत के बाद एक-एक कर चारों को बाहर निकाला गया। तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां ऑक्सीजन देने से लेकर सारे उपाय किए गए लेकिन किसी की जान नहीं बच सकी।
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टाइम लाइन
11.30 बजे : पहला मजदूर हलचल राम उतरा टैंक में।
11.35 बजे : इसके बाद भरत गए टैंक में।
11.40 बजे : डब्लू उतरे टैंक में।
11.45 बजे: अरमान को बुलाया काल ने।
12 बजे: पुलिस पहुंची घटनास्थल पर।
12.45 बजे एसडीओ श्यामबिहारी मीना पहुंचे।
सवा बजे- एएसपी कार्तिकेय शर्मा पहुंचे।
डेढ़ बजे : जेसीबी पहुंचा, तुरंत राहत कार्य हुआ शुरू।
दो बजे : जिलाधिकारी महेंद्र पहुंचे।
2.30 बजे : टैंक से निकाले गए चारो मजदूर।
तीन बजे- सदर अस्पताल पहुंचाए गए सभी मजदूर।