ड्रम सीड से बोआई से पहले खेत को समतल करना जरूरी
खरीफ सीजन की खेती के लिए किसानों ने खेती की तैयारी शुरू कर दी है। कृषि विज्ञान केंद्र भगवानपुर की वैज्ञानिक डॉ. अनुराधा ने खेत की तैयारी संबंधी सुझाव देते हुए कहा है कि ड्रम सीड से बोआई के लिए पहले खेत को समतल करने पर ध्यान देना जरूरी है।
सिवान । खरीफ सीजन की खेती के लिए किसानों ने खेती की तैयारी शुरू कर दी है। कृषि विज्ञान केंद्र भगवानपुर की वैज्ञानिक डॉ. अनुराधा ने खेत की तैयारी संबंधी सुझाव देते हुए कहा है कि ड्रम सीड से बोआई के लिए पहले खेत को समतल करने पर ध्यान देना जरूरी है। इसके लिए लेजर लेवल से समतलीकरण का कार्य किसान कर सकते हैं। इस मशीन से खेत एकदम समतल हो जाएगा। इसके बाद खेत को अच्छी प्रकार से जोताई कर सकते हैं। बीज शोधन के लिए उन्होंने बताया कि बीज की मात्रा पांच से आठ किलो ग्राम प्रति एकड़ लगता है। बीज को स्ट्रेप्टोमाइसीन 40 प्रतिशत एवं ट्रेटासाक्लिन दस प्रतिशत की मात्रा के चार ग्राम मात्रा 25 किलो ग्राम बीज को सौ लीटर पानी रातभर रख देना है। दूसरे दिन बीज को निकालकर जमाव के लिए रखें। बोआई के समय 50 ग्राम कार्बेन्डाजीम मिलाकर बोआई करें। यह बीज शोधन की प्रक्रिया करते है, तो फसल जीवाणु रोग एवं फफूंद रोग से वंचित रहेगी। बोआई के समय खर पतवारनाशी का प्रयोग करने का तरीका यह बताया कि लेव लगाकर अच्छी प्रकार पाटा चलाकर समतल करने के बाद दूसरी पाली में बोआई करें। ड्रम सीड की एक तिहाई भाग में ही बीज भरें। ध्यान देना है कि बीज केवल अंकुरित हो ज्यादा जमा हुआ ना हो नहीं तो ड्रम सीटर में बीज फंसेगा। अच्छे उत्पादन के लिए कंपोस्ट खाद का प्रयोग अवश्य करें।