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कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को ले सिवान अनुमंडलअस्पताल प्रशासन तैयार

कोरोना की पहली एवं दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग जिले में अनुमंडल अस्पताल में पूर्व की कमियों को दूर करते हुए भविष्य की तैयारी में जुट गया है। कोरोना की दूसरी लहर में सबसे बड़ी समस्या आक्सीजन सिलेंडर की थी लेकिन इस बार भरपूर मात्रा में अस्पताल में आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की गई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 09:34 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 09:34 PM (IST)
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को ले सिवान अनुमंडलअस्पताल प्रशासन तैयार

सिवान । कोरोना की पहली एवं दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग जिले में अनुमंडल अस्पताल में पूर्व की कमियों को दूर करते हुए भविष्य की तैयारी में जुट गया है। कोरोना की दूसरी लहर में सबसे बड़ी समस्या आक्सीजन सिलेंडर की थी, लेकिन इस बार भरपूर मात्रा में अस्पताल में आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की गई है। अस्पताल परिसर में ही आक्सीजन प्लांट भी लगाया जा रहा है। ताकि आक्सीजन की जितनी जरूरत हो उसकी व्यवस्था अनुमंडल स्तर पर ही हो जाए। अस्पताल में डिजिटल एक्सरे भी शुरू कर दी गयी है। अस्पताल के चिकित्सक डा. नुरुल हक ने बताया कि रविवार को इमरजेंसी सेवा रहती है। इस समय अस्पताल में कोरोना संक्रमित मात्र एक मरीज इलाजरत है। उसे आक्सीजन की समस्या है। आक्सीजन दी जा रही है। रोस्टर के अनुसार एएनएम एवं स्वास्थ्यकर्मी लगे हैं।

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अस्पताल में फिलहाल 80 बेड की व्यवस्था

अस्पताल प्रबंधन के अनुसार कोरोना की पहली लहर में 70 बेड की व्यवस्था की गई थी। दूसरी लहर में मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण बेड की संख्या 70 से बढ़ाकर 100 कर दी गई थी, लेकिन जगह कम पड़ने की वजह से 20 बेड घटाकर 80 ही लगाए गए। अगर जरूरत पड़ेगी तो कुछ बेड़ों को रिजर्व कर रखा गया है। उन्हें भी इस्तेमाल में लाया जाएगा।

जरूरी सभी दवाओं के साथ एंबुलेंस की उपलब्धता का दावा

अस्पताल प्रबंधन ने दावा किया कि अस्पताल में 159 आक्सीजन सिलेंडर, 22 आक्सीजन कंसंट्रेटर, 20 प्लस आक्सीमीटर सहित जरूरी दवाएं उपलब्ध हैं। वहीं अस्पताल उपाधीक्षक डा. सुजाता सुम्बई ने बताया कि तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए अस्पताल में तैयारी पूरी कर ली गई है। अस्पताल में अभी दो एबुलेंस हैं। एक अतिरिक्त एबुंलेंस एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध हो जाएगा। अस्पताल में जितने चिकित्सक, एएनएम, स्वास्थ्यकर्मी तैनात हैं वे रोस्टर के हिसाब से ड्यूटी पर तैनात रहते हैं। इसके अतिरिक्त और चिकित्सकों की तैनाती के लिए विभाग को पत्र दिया गया है। अस्पताल की साफ-सफाई प्रतिदिन की जाती है।

सुस्त रफ्तार से चल रहा प्लांट निर्माण कार्य

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मरीजों को सबसे ज्यादा आक्सीजन की जरूरत पड़ी थी। इसको लेकर अस्पताल परिसर में ही आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। इसका उद्घाटन नौ अगस्त को सीएम नीतीश कुमार द्वारा किया जाना है, लेकिन कार्य की रफ्तार को देख ऐसा लगता नहीं है कि इसे नौ अगस्त के पूर्व पूरा कर लिया जाएगा। अभी तक सिर्फ नींव का कार्य ही पूरा हुआ है।


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