उत्कृष्ट कार्य करने वाले विद्यालय होंगे सम्मानित, 30 तक कर सकेंगे स्वनामांकन कार्य जारी
जासं सिवान वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल में दो साल तक बंद रहे स्कूलों के कारण
जासं, सिवान : वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल में दो साल तक बंद रहे स्कूलों के कारण प्रभावित हुई शिक्षा को पटरी पर लाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार की पहल पर जहां कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को दक्ष बनाने के लिए जिले में माइक्रो इम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट चलाकर 100 दिन की पढ़ाई कराई गई वहीं अब पढ़े बिहार-बढ़े बिहार के तहत राज्यस्तरीय सम्मान के लिए सरकारी स्कूलों को चुनने की कवायद की जा रही है। माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट पढ़े बिहार-बढ़े बिहार के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्कूलों का चयन इसके लिए किया जाना है। साथ ही स्वनामांकन के आधार पर जिला स्तर पर शीर्ष पांच विद्यालयों की सूची गूगल फार्म के माध्यम से भेजने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए अंतिम तिथि 30 जून निर्धारित की गई है। इस संबंध में बिहार शिक्षा परियोजना की अपर राज्य परियोजना निदेशक ने सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया है कि वे कोर्स के आधार पर किए काम को लेकर स्वनामांकन करेंगे।
नामांकन को लेकर निर्धारित किया गया है मापदंड :
जिला शिक्षा विभाग कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार नामांकन को लेकर मापदंड का निर्धारण किया गया है। इसमें माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट पढ़े बिहार, बढ़े बिहार पूर्ण किया हो। शिक्षकों, बाल संसद, मीना मंच व अभिभावकों की बैठक की गई हो। पुस्तकालय की पुस्तकों का वर्गीकरण एवं बच्चों के बीच उपयोग सुनिश्चित किया गया हो। बच्चों के साथ गतिविधियां आयोजित की गई हो तथा आकलन प्रपत्र भरकर अपलोड किया गया हो, आदि शामिल हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार ने बताया कि स्कूलों में कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों के लिए 100 दिवसीय अभियान चलाया गया था। एक जनवरी से 14 अप्रैल 2022 तक यह अभियान चलाया गया। इस अभियान के प्रभाव को जानने के लिए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा प्राथमिक शिक्षा निदेशालय और एससीईआरटी के सहयोग से सभी प्रधानाध्यापक के लिए माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट 31 मई तक चलाया गया।