स्वास्थ्य केंद्रों में सहेजी जाएंगी बारिश की बूंदें
सदर अस्पताल समेत सरकारी अस्पतालों में अब बारिश की बूंदें सहेजी जाएंगी। साथ ही मरीजों को भी जल संरक्षण के बारे में बताया जाएगा। जल जीवन हरियाली योजना के तहत स्वास्थ्य केंद्रों में रेनवाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगायी जाएगी।
सिवान । सदर अस्पताल समेत सरकारी अस्पतालों में अब बारिश की बूंदें सहेजी जाएंगी। साथ ही मरीजों को भी जल संरक्षण के बारे में बताया जाएगा। जल जीवन हरियाली योजना के तहत स्वास्थ्य केंद्रों में रेनवाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगायी जाएगी। स्वास्थ्य संस्थानों में इसको लेकर कार्य प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी चल रही है। इस योजना को अमलीजामा पहनाने की कवायद भी शुरू हो गई है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राथमिकता व आवश्यकता के अनुरूप सूची भी तैयार की जा रही है। सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया कि बारिश के जल को हार्वेस्टिग सिस्टम से भूगर्भ में रिचार्ज किया जाएगा, ताकि इन अस्पतालों में पानी की किल्लत ना हो। रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम अस्पतालों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
सदर अस्पताल समेत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लगेंगे हार्वेस्टिग सिस्टम :
सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया कि इस वर्ष सदर अस्पताल व अनुमंडलीय अस्पताल समेत सभी 19 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के भवनों पर रेनवाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसकी सूची तैयार कर जल्द ही कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
मरीज जल संरक्षण के प्रति होंगे जागरूक :
स्वास्थ्य संस्थानों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाने से मरीज भी जल संरक्षण के प्रति जागरूक होंगे। साथ ही वर्षा जल का संरक्षण भी होगा। अस्पतालों में वाटर हार्वेस्टिग का निर्माण होने से वर्षा का जल संचय होगा। इससे जलस्तर में भी सुधार होगा। रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाने का काम शुरू करने के लिए प्रक्रिया तेज कर दी गई है।