इस गांव में हुआ कुछ एेसा कि याद आ गयी फिल्म 'तेरी मेहरबानियां' देखें VIDEO
एक कुत्ते की वफादारी एेसी कि उसका विधिवत अंतिम संस्कार किया गया। उसे कफन में लपेटकर दफनाया गया। उसे याद कर पूरा मुहल्ला रो पड़ा। पढिए ये रिपोर्ट...
सिवान, जेएनएन। आपने किसी इन्सान के गुजर जाने के बाद उनके परिजनों या रिश्तेदारों को रोते-बिलखते देखा होगा। उनकी यादों को साझा करते सुना होगा। लेकिन, अगर किसी कुत्ते की मौत पर पूरे मुहल्ले को रोते और बिलखते देखें तो क्या कहेंगे आप? उस कुत्ते की मौत के बाद उसका विधिवत अंतिम संस्कार किया गया। कफन में लपेटकर उसे दफनाया गया। उसकी अंतिम यात्रा में लोग उसकी याद में आंसू बहा रहे थे।
दूध का कर्ज, हाथी मेरा साथी और तेरी मेहरबानियां जैसे फिल्मों में जानवरों के मालिकों के प्रति प्रेम और वफादारी की कहानियां देखने को मिली हैं, लेकिन हकीकत में गुरुवार को एक कहानी दिखाई दी। यहां कुत्ते की मौत पर पूरा मोहल्ला शोकाकुल है। लोगों की आंखें नम हैं।
शहर के नया किला मालिक टोला की 16 वर्षों से रखवाली कर रहा कुत्ता 'टॉमी' गुरुवार को काल का शिकार हो गया। मोहल्लेवासियों ने उसकी शव यात्रा निकाली, कफन में शव को लपेटकर श्मशान तक ले गए और वहां विधिवत तरीके से दफन किया।
इस दौरान भावविभोर फैजान अली ने कहा कि वह परिवार का सदस्य था। इंसान तो हर दर्द को बोलकर दूर कर सकता है लेकिन जानवर बेजुबान होते हैं और उनका दर्द कोई नहीं समझता है। इसलिए इंसान होने के नाते हमने इंसानियत का फर्ज अदा किया है।
एक कुत्ते की वफादारी: मौत के बाद कफन मे लपेटकर उसे किया गया दफन, अन्तिम संस्कार के दौरान रो पड़ा पूरा मोहल्ला#dog #lastritual #bihar pic.twitter.com/ZNt5y0xVI0 — kajal lall (@lallkajal) August 29, 2019
ये पूरा वाकया है सिवान जिले के नया किला के माली टोला की जहां एक कुत्ते की मौत के बाद मोहल्ले के लोगों ने उसका अंतिम संस्कार किया। उसके शव को कफ़न में लपेट कर दफन किया गया।
वहीं मेराज अहमद ने बताया कि टॉमी की मौत से पूरा मोहल्ला शोकाकुल है। उसकी मौत ने हमें अपनों को खोने का दर्द महसूस कराया है। मालिक टोला के लोगों ने बताया कि टॉमी पूरे मोहल्ले का रखवाला था। वह इंसानों की जुबान को समझता था। उसके लिए हर परिवार से भोजन निकाला जाता था। उसकी बदौलत आज तक मोहल्ले के चोरी नहीं हुई। मेराज ने बताया कि टॉमी आज से 16 वर्ष पूर्व भटकता हुआ मिला था।
इस दौरान मोहल्ले के लोग रो रहे थे। लोगों का कहना था कि टॉमी ने पिछले 16 वर्षों से पूरी ईमानदारी के साथ उनके घरों व मोहल्ले की रखवाली की है। वह बच्चों की रखवाली करता था, सबके सामान की रखवाली करता था।