तीन दिनों के अंदर पे एंड यूज को चालू करने का आदेश
सिवान जंक्शन पर साफ-सफाई को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से अंतरमंडलीय सफाई प्रतियोगिताओं
सिवान: जंक्शन पर साफ-सफाई को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से अंतरमंडलीय सफाई प्रतियोगिताओं के अंतर्गत बुधवार को बेल्थरा रोड एवं सिवान जंक्शन का एसएजी स्तर के अधिकारियों में शामिल पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य चल स्टाक इंजीनियर गोरखपुर योगेश मोहन, डिप्टी सीएमडी गोरखपुर डॉ. बीके सिंह, चीफ इंजीनियर वर्क गोरखपुर एसडी यादव, सीडीओ छपरा हरिशंकर यादव सहित अन्य ने निरीक्षण किया। निरीक्षण दौरान अधिकारियों ने प्लेटफॉर्म से लेकर सभी विभाग सहित सर्कुलेटिग एरिया का निरीक्षण कर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया। इसके पूर्व बेल्थरा रोड का निरीक्षण कर डाउन लिच्छवी एक्सप्रेस में सवार होकर अधिकारी सिवान जंक्शन पहुंचे थे। जंक्शन पर पहुंचने के बाद अधिकारियों ने प्लेटफॉर्म नंबर एक पर सफाई का जायजा लिया, इसके बाद वेटिग हॉल में का निरीक्षण किया। जहां शौचालय में बाल्टी, साबुन आदि सामना मौजूद नहीं होने पर उसकी व्यवस्था करने की बात कही। निरीक्षण के दौरान सर्कुलेटिग एरिया के नाली का स्लैब टूटे होने व गंदगी पर संबंधित अधिकारी को क्लास लगाते हुए उसे जल्द से जल्द ठीक करने के लिए बात कही। वहीं अधिकारियों ने जब पे एंड शौचालय को बंद देखा तो उसकी जानकारी ली। पता चल कि ठीकेदार द्वारा टेंडर होने के बाद भी इसे बंद रखा गया है, इसपर अधिकारियों ने डीसीआइ को निर्देश दिया कि तीन दिनों के अंदर इसे किसी तरह से चालू करा दें। वहीं पीआरएस काउंटर, फूट ओवर सहित आदि का निरीक्षण किया गया। स्टॉल पर रेट सूची लगाने का निर्देश दिया गया। निरीक्षण के अंत में अधिकारियों ने कहा कि प्लेटफॉर्म नंबर एक का फर्श बहुत टूटा हुआ है। इसकी मरम्मती के लिए आइआरडब्लू को कहा गया। मौके पर स्टेशन अधीक्षक नवनीत कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह, डीसीआइ गणेश यादव, सीएचआइ संजय कुमार, सीएचआइ अवधेश कुमार, आइओडब्लू राकेश कुमार आदि मौजूद थे।
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अधिकारियों के आने पर चालू होता है फव्वारा
बता दें कि जंक्शन के सर्कुलेटिग एरिया में लगा फव्वारा कई महीनों से बंद है, लेकिन जब रेलवे के बड़े अधिकारी निरीक्षण को पहुंचते हैं उस समय फव्वारा को चालू कर दिया जाता है और जैसे वह लौटते हैं तो उसे बंद कर दिया जाता है। बुधवार को भी यही हुआ। अधिकारियों के आने के पूर्व फव्वारा को शुरू कर दिया गया और निरीक्षण समाप्त होकर जैसे ही अधिकारियों ने अपना मुंह जंक्शन से फेरा उसे बंद कर दिया गया। इससे ऐसा लग रहा है कि यह फव्वारा अधिकारियों को खुश करने के लिए ही लगाया गया है।