कारगिल युद्ध में शहीद रंभू ¨सह के परिवार को मिला सिर्फ आश्वासन
सिवान। आंदर प्रखंड के जमालपुर पंचायत के चित्तौर गांव निवासी रंभू ¨सह की शहादत को सरकार
सिवान। आंदर प्रखंड के जमालपुर पंचायत के चित्तौर गांव निवासी रंभू ¨सह की शहादत को सरकार भूल चुकी है। शायद यही कारण है कि इनके परिवार को अभी तक सिर्फ आश्वासन मिला।
बताते चलें कि शहीद रंभू ¨सह कारगिल युद्ध में 18 साल पहले शहीद हुए थे। इनका जन्म 16 मार्च 1972 को हुआ था। उन्होंने 28 दिसंबर 1990 में नौकरी हासिल की। इनका योगदान जम्मू में हुआ था। 20 जून 1999 में कारगिल युद्ध में पाकिस्तानियों से लड़ाई करते समय शहीद हो गए। जब इनका शव गांव पंहुचा, उस समय गांव में मातम छा गया। शहीद के परिवार को सरकार द्वारा पेट्रोल पंप, जमीन, स्मारक, नौकरी सड़क बनाने का आश्वासन दिया गया लेकिन इनमें से बिहार सरकार द्वारा शहीद की पत्नी को शिक्षक की नौकरी के सिवाय और कुछ नहीं दिया गया। शहीद की पत्नी सुनीता कुंवर ने अपने रुपये से शहीद का स्मारक बनवाया। एक लड़की एव एक लड़का है, जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं। लड़की सेवी कुमारी (21) पटना में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। बेटा रोहित कुमार (18) इंटर में है।
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जब हमारे देश में कोई जवान शहीद होता है मेरी आंखों में आंसू आ जाते हैं। सरकार ने जो वादा किया, वह सब झूठा साबित हुआ। मुझे सरकार के प्रति काफी नाराजगी है।
-सुनीता कुंवर, शहीद की पत्नी