गंडक नहर में पानी नहीं आने से किसान बेहाल
सिचाई विभाग की लचर व्यवस्था से किसान बेहाल हैं। वितरणी में गोबर का गोइठा थापा जा रहा है। वितरणी नहरों की स्थिति भी खस्ता है। लगातार बढ़ रहे भीषण गर्मी के बावजूद से गांवों के किसानों के चेहरे पर चिता की रेखा स्पष्ट देखी जा रही है। सिचाई विभाग को किसानों के परेशानी की कोई चिता नहीं है। फसलों के बीज खेत में डालने को ले किसान ऊहापोह में हैं।
सिवान : सिचाई विभाग की लचर व्यवस्था से किसान बेहाल हैं। वितरणी में गोबर का गोइठा थापा जा रहा है। वितरणी नहरों की
स्थिति भी खस्ता है। लगातार बढ़ रहे भीषण गर्मी के बावजूद से गांवों के किसानों के चेहरे पर चिता की रेखा स्पष्ट देखी जा रही है। सिचाई विभाग को किसानों के परेशानी की कोई चिता नहीं है। फसलों के बीज खेत में डालने को ले किसान ऊहापोह में हैं। मौसम में रोजाना ही तल्खी देखने को मिल रही है। लू की थपेड़ों के साथ गर्मी चरम पर है। कुछ संभ्रांत किसानों द्वारा बोरिग से पानी का जुगाड़ कर खेतों में डाला जा रहा है, लेकिन छोटे किसानों मजबूर हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसानों की हालत कैसी होगी। सिचाई विभाग की लचर व्यवस्था से किसान असमंजस में हैं। प्रतिदिन किसानों का समूह नहरों में पानी की आस में टकटकी लगाए रह रहे हैं। लेकिन नहरों को सूखा देख किसान आक्रोशित हो रहे हैं। जल्द-से-जल्द नहरों में पानी छोड़े जाने की मांग किसानों द्वारा की जा रही है। लोगों ने सिचाई विभाग से नहर में पानी छोड़ने की मांग की है। खेतीबारी कहीं पिछड़ न जाए इसको लेकर किसानों के चेहरे पर परेशानी की लकीरें भी दिख रही हैं।