बिहार में मशीन बैठा छापे जा रहे थे जाली नोट, देखकर पुलिस के भी उड़ गए होश
बिहार के सिवान में जाली नोटों की बउ़े पैमाने पर छपाई कर उनकी जगह-जगह सप्लाई की जा रही थी। पुलिस ने इसमें संलिप्त बड़े गिरोह का उद्भेदन किया है।
सिवान [जेएनएन]। नोटबंदी के बाद कहा जा रहा था कि अब फेंक करेंसी की समस्या हल हो जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं है। विदेशों से आने वाले जाली नोटों की बात तो दूर, अब देश में भी धड़ल्ले से जाली नोट छापे जा रहे हैं। मंगलवार को बिहार पुलिस ने जाली नोट छापने और इसकी सप्लाई करने वाले ऐसे ही एक गिरोह का भंड़ाफोड़ सिवान में किया। उनकी कारगुजारी देख पुलिस के भी होश उड़ गए।
रंगे हाथ चार गिरफ्तार
सिवान के एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि बसंतपुर के बलथरा गांव से पंकज कुमार, भगवानपुर थाने के चोरमा निवासी अंशु कुमार, दिनेश कुमार सहनी और सारण जिले के कोपा थाने के चतरा गांव से राजेश कुमार को गिरफ्तार किया गया है। उनसे पूछताछ जारी है।
4.55 लाख के जाली नोट बरामद
उन्होंने बताया कि सोमवार की रात छापेमारी कर उक्त आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के दौरान एक बोरा में 10, 20, 50, 100, 200 और 2000 के कुल चार लाख 55 हजार 830 रुपये के जाली नोट मिले। साथ ही नोट छापने वाली मशीन व कलर तथा मोटरसाइकिल आदि भी बरामद किए गए।
अन्य राज्यों से नेपाल तक फैले तार
पुलिस के अनुसार नोट छापने वाले इस गिरोह के तार पड़ोसी जिलों के साथ उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल व झारखंड सहित पड़ोसी देश नेपाल तक फैले हैं। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।