शहर की सड़कों पर उड़ रही धूल, राहगीर परेशान
सड़कों पर उड़ने वाली धूल कुछ वर्षों से शहर की मुख्य समस्याओं में शुमार हो चुकी।
सिवान। सड़कों पर उड़ने वाली धूल कुछ वर्षों से शहर की मुख्य समस्याओं में शुमार हो चुकी है। हवा में धूल की मात्रा बढ़ने से लोग परेशान हैं। इसके कारण वाहन चालकों का भी शहर में चलना मुश्किल हो गया है। सेहत के नजरिए से भी लोगों की मुश्किलें बढ़ रही हैं। सांसों के जरिए शरीर में जा रही धूल से स्वास्थ्य संबंधी मामले भी बढ़ रहे हैं। इस संबंध में स्थानीय लोगों ने अधिकारी और जनप्रतिनिधियों से
शिकायत की है। इसके बावजूद समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा है।
शहर के बबुनिया रोड से लेकर तरवारा मोड़, बाइपास रोड सहित गली मोहल्लों में भी धूल की समस्या बनी हुई है।
सबसे ज्यादा समस्या मुख्य मार्ग बबुनिया मोड़ से तरवारा मोड़ तक देखने को मिल रही है।
दुकानों और घरों में जम रही है मोटी परत
शहर में उड़ती धूल के कारण राहगीरों, वाहन चालकों को ही परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ रहा है, बल्कि सबसे ज्यादा भुक्तभोगी स्थानीय दुकानदार एवं निवासी है। दुकानों एवं घरों में धूल की मोटी रकम जम जा रही है। लोगों ने बताया कि घरों के शीशे और दरवाजे बंद करने के बावजूद धूल जम जा रही है। दुकानदारों ने बताया कि दुकान चलाना मुश्किल हो गया है। यहां खड़ा रहना भी मुश्किल हो गया है। धूल के कारण खड़ा होना भी कठिन हो गया है। सड़कों के किनारे फास्ट फूड का ठेला लगाने वालों की बिक्री नहीं हो रही है।
--
कहते हैं राहगीर :
सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। मुंह बांध कर चलते हैं तो गाड़ी से टकराने का डर लगता है।
- रीना देवी
--
यहां दुकान चलाना बहुत कठिन हो गया है। सड़कों पर एक मिनट खड़ा नहीं हुआ जाता है। विभाग से इसको देखने वाला तक कोई नहीं है।
- लक्ष्मण प्रसाद
इस रोड में प्रतिष्ठित दुकाने हैं, जिसके कारण जाना लाजमी है लेकिन जैसे ही नाम सुनते हैं कि उस रोड में जाना है तो मन हिचकने लगता है।
- अनुपम कश्यप
--
वाहन चलाना इस सड़क पर जानलेवा हो गया है। धूल इतनी उड़ती है कि सामने दिखाई ही नहीं देता है। डर लगा रहता है कि आंख बंद करें
तो कहीं गाड़ी लड़ न जाए।
- रीतेश कुमार बबलू
--
कहते हैं नप के उपसभापति
यह सड़क मेरे विभाग की नहीं है फिर भी इसके लिए पत्र लिख कर पथ प्रमंडल विभाग के कार्यपालक अभियंता
दिया गया है। उनसे इस समस्या के निवारण के लिए आग्रह किया गया है।
- बबलू साह
उप सभापति, नगर परिषद, सिवान
--
कहते हैं कार्यपालक अभियंता :
बबुनिया मोड़ से लेकर तरवारा मोड़ तक की सड़क एनएच 85 का भाग है और इसकी देखरेख एनएचएआइ को करनी है। चार दिसंबर की मी¨टग में मैंने इस सड़क के लिए चीफ इंजीनियर को भी अवगत कराया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही उसकी मरम्मत कराई जाएगी। तब धूल से निजात मिल जाएगी।
-राजकुमार, कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल सिवान
कहते हैं डॉक्टर
शहर में उड़ती धूल से से स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां होती हैं। आंखों के लिए यह धूल सबसे ज्यादा नुकसानदायक है। एलर्जी के साथ खांसी,
दमा और सांस के साथ और फेफड़ों में इंफेक्शन की समस्या होती है। मुंह पर कपड़ा बांधकर चलने के बाद भी धूल के बारीक कण
नाक और आंखों में घुस जाते हैं। इससे आंखों में जलन होती है। इस तरह के मरीज आजकल ज्यादा आ रहे हैं।
डॉ. आशुतोष दिनेंद्र