मुंबई से आई ट्रेन का वैक्यूम खोल स्टेशन से पहले उतर भागे यात्री, नहीं हुई कोरोना जांच
मुंबई से आए यात्री सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने से ठीक पहले उसका वैक्यूम खोलकर उतर भागे। इस प्रकार भागने वाले यात्रियों की कोरोना जांच नहीं हो सकी। परदेस से आने वाले यात्रियों में से कोविड संक्रमित मरीज भी मिल रहे हैं। इस प्रकार उनके इस तरह से भाग जाने से आम जन की सुरक्षा में बड़ी चूक ही कही जाएगी।
सीतामढ़ी । मुंबई से आए यात्री सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने से ठीक पहले उसका वैक्यूम खोलकर उतर भागे। इस प्रकार भागने वाले यात्रियों की कोरोना जांच नहीं हो सकी। परदेस से आने वाले यात्रियों में से कोविड संक्रमित मरीज भी मिल रहे हैं। इस प्रकार उनके इस तरह से भाग जाने से आम जन की सुरक्षा में बड़ी चूक ही कही जाएगी। 29 अप्रैल के बाद यह दूसरा मौका है जब आने वाले यात्रियों की संख्या को लेकर इस तरह से प्रशासन अनजान बना रहा और यह स्थिति उत्पन्न हो गई। चार दिन पूर्व हुई घटना से प्रशासन ने सबक ले लिया होता तो शायद फिर यह नौबत नहीं आती। इस बार भी पता चला कि ट्रेन से आने वाले यात्रियों के प्राप्त आकंड़े से अधिक यात्री उसमें सवार थे। जिससे स्टेशन पर पहुंचने वाले यात्री भी मौजूद प्रशासन के कंट्रोल में नहीं आ पाए और कोविड जांच के बगैर उनमें से भी अधिकतर यात्री स्टेशन से भाग निकले। स्टेशन अधीक्षक मदन प्रसाद ने बताया कि मुंबई एलटीटी साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन एक नंबर प्लेटफार्म पर आने वाली थी। तमाम पदाधिकारी प्लेटफॉर्म पर मौजूद थे। तीन या चार डिब्बे ही पहुंचे पाए थे कि उसमें वैक्यूम हो गया। उसपर सवार यात्री उतरकर भागने लगे। मुंबई एलटीटी-रक्सौल 05548 ट्रेन से 400 से अधिक यात्री पहुंचे। जबकि, रेल प्रशासन को पूर्व सूचना 116 यात्रियों के आने की थी। उसकी जगह 300 अधिक यात्री उसमें सवार हो गए थे। उनमें से रेलवे स्टेशन पर महज 41 यात्रियों का ही कोविड टेस्ट हो सका। बाकी सब भाग गए। उधर, प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि जहां वैक्यूम हुआ वहां से महज चार कदम पर राजकीय रेल पुलिस चौकी है और छह कदम पर आरपीएफ की बैरक है। टेन से उतरकर भागने वाले उन प्रवासियों को पकड़ने की किसी ने जहमत नहीं उठाई।