संस्कार को बनाए रखने के लिए आपसी मतभेद को भुलाना होगा :सहाय
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविनंदन सहाय ने कहा कि समाज में गहरी पैठ बनाने के लिए संस्कार को बनाए रखना होगा।
सीतामढ़ी। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविनंदन सहाय ने कहा कि समाज में गहरी पैठ बनाने के लिए संस्कार को बनाए रखना होगा। इसके लिए आपसी मतभेद को भुलाना होगा। वे रविवार को जिला मुख्यालय डुमरा स्थित चित्रगुप्त मंदिर परिसर में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि कायस्थ एक संस्कार है। इस संस्कार को बरकरार रखने के लिए मतभेद को भूल कर आगे बढ़ना होगा। मतभेद होना एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, लेकिन मनभेद कभी नहीं होना चाहिए। मनभेद होने से प्रगति प्रभावित हो जाती है। कहा कि किसी भी संघ व संगठन की सक्रियता तभी होती है, जब सदस्यों में सृजनात्मक कार्य करने की क्षमता हो। सृजनात्मक कार्य के लिए मतभेद को भुलाकर एकजुटता के साथ कार्य करने का संकल्प लेना होगा। उन्होंने कायस्थ समाज के इतिहास व वर्तमान पर चर्चा की। साथ ही संगठित होकर राष्ट्र व समाज के विकास में योगदान देने की अपील की। अखिल भारतीय चित्रगुप्त सेवा समिति के अध्यक्ष चंद्रेश्वर प्रसाद की अध्यक्षता व सचिव कुमार अभिमन्यु श्रीवास्तव के संचालनकत्व में आयोजित समारोह में ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव, निर्मल कुमार, मनीष कुमार, कुमार गणेश, नरेंद्र कुमार सिन्हा, डॉ. एसके वर्मा, मोहिनीश राजन, दिनेश कुमार, पंकज कुमार, अमित कुमार, रौशन कुमार, मृत्युंजय कुमार संजय, राजेश कुमार, मस्तान जी, हरिहर सहाय, राकेश कुमार, लाला प्रमोद, सुबोध कुमार, विष्णुदेव सहाय, जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, मोनू श्रीवास्तव, अखिलेंद्र नाथ वर्मा, मिथिलेश वर्मा, रमेश चंद्र श्रीवास्तव, डॉ. तारिणी प्रसाद, डॉ. कुमकुम सिन्हा, प्रो. जितेंद्र कुमार वर्मा समेत सैकड़ों चित्रांश मौजूद थे। इसके पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने अपने स्वागत पर आभार जताया।
-----------