छह दिनों से आंदोलित सफाईकर्मियों की सुनवाई नहीं, प्रभारी मंत्री का किया घेराव
नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल सोमवार को छठे दिन भी जारी रही। अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय डुमरा में लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। जिला के दौरे पर आए प्रभारी मंत्री जमा खान को रास्ते से गुजरते हुए देखकर सफाईकर्मियों ने उनके वाहन का घेराव कर दिया।
सीतामढ़ी । नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल सोमवार को छठे दिन भी जारी रही। अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय डुमरा में लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। जिला के दौरे पर आए प्रभारी मंत्री जमा खान को रास्ते से गुजरते हुए देखकर सफाईकर्मियों ने उनके वाहन का घेराव कर दिया। प्रभारी मंत्री को आउटसोर्सिंग एजेंसी की मनमानी व नगर निगम प्रशासन के ढुलमुल रवैये से अवगत कराया। उन्हें अपनी 6 सूत्री मांगों के संबंध में ज्ञापन समर्पित किया। इससे पूर्व सफाईकर्मियों ने जिला पदाधिकारी को भी अपना मांग पत्र सौंपा है। कहा है कि डीएम को दिया गया आवेदन वापस लेने से मना करने पर सफाई एजेंसी के कर्मी उन लोगों के साथ मारपीट करते हैं, जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हैं, जान से मारने की धमकी देते हैं। सफाईकर्मियों ने कर्मचारी संघ के जिला मंत्री रामाशंकर प्रसाद सिंह, एनजीओ जन कल्याण समिति के प्रतिनिधि बिपिन कुमार झा पर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए एसपी को आवेदन दिया है। दोनों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। एनजीओ जन कल्याण समिति को नगर निगम के कार्यों से हटाने, ईपीएफ का भुगतान, इएसआई का लाभ, 18000 प्रति माह वेतन देने तक सफाईकर्मियों ने हड़ताल जारी रखने पर अडिग रहने की बात कही है। मंत्री ने उनकी मांगों पर तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए। डुमरा के कैलाशपुरी में निर्माणाधीन पुल का प्रभारी मंत्री ने किया निरीक्षण
डुमरा मुख्यालय से सटे कैलाशपुरी मोहल्ले में लखनदेई नदी पर बन रहे पुल का निरीक्षण करने प्रभारी मंत्री मो. जमा खान पहुंचे। मंत्री ने पुल का जायजा लेकर अभियंताओं व संवेदक से बात की। पुल की गुणवत्ता को लेकर जरूरी निर्देश दिए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करता हूं जिनकी बदौलत पूरे राज्य में निर्माण कार्य जोरों पर है। यहां के सभी अधिकारियों को धन्यवाद देना चाहूंगा जिन्होंने छह महीने में यह पुल बनवाकर तैयार करा दिया। बताते चलें कि कैलाशपुरी मोहल्ले में का यह पुल पिछले मार्च माह से बनना शुरू हुआ तथा इस पर बनाया गया डायवर्सन भी कई बार टूट गया। पिछले एक वर्ष में मोहल्लेवासियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। बाढ़ के समय मोहहले के लोगो को तीन से चार किलोमीटर का चक्कर लगाकर कोर्ट, समाहरणालय व अन्य जगहों तक पहुंचना होता था। तात्कालिन डीएम ने पैदल पार करने के लिए चचरी पुल का भी निर्माण कराया था मगर, कुछ सप्ताह बाद बाढ़ में वह भी बह गया।