मांगों को लेकर हड़ताली आशा ने पीएचसी के समक्ष किया प्रदर्शन
सीतामढ़ी। बैरगनिया, प्रखंड क्षेत्र के आशा विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल के दूसरे दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सेवा को ठप कर सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की।
सीतामढ़ी। बैरगनिया, प्रखंड क्षेत्र के आशा विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल के दूसरे दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सेवा को ठप कर सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। हड़ताली आशा गीता देवी,गायत्री देवी, उषा देवी, मीरा देवी, चुनचुन देवी, कुंती देवी, रीता देवी के साथ सभी आशा अस्पताल के मुख्य गेट पर जमकर हंगामा किया। इस दौरान इलाज को पहुंचे मरीजों को भी अस्पताल में प्रवेश नहीं करने दिया। जिस कारण चार मरीजों का ही इलाज हो सका। मरीजों को अस्पताल से बैरंग वापस लौटकर निजी क्लीनिकों में इलाज करवाना पड़ा है। हड़ताली आशा ने कहा जबतक उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा एवं तात्कालिक रूप से 18 हजार रुपए का मानदेय सहित सभी 12 सूत्री मांगों को सरकार नहीं स्वीकार करती है, हड़ताल जारी रहेगी।
रीगा: पीएचसी के मुख्य द्वार पर 12 सूत्री मांगों के समर्थन में आशा ने शुक्रवार को धरना एवं प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी आशा ने कहा कि सिर्फ प्रोत्साहन राशि देकर आशा का शोषण किया जाता है जब तक सरकार मानदेय तय नहीं करेगी आंदोलन जारी रहेगा। सरकारी कर्मी घोषित करने सम्मानजनक वेतन देने सेवा अवधि 60 वर्ष करने सहित 12 सूत्री मांगों के समर्थन में आशा की हड़ताल 1 जनवरी से प्रारंभ है । मौके पर संघ की अध्यक्ष मुखिया देवी, रीता कुमारी, पूनम देवी, राम दुलारी देवी, रंजीता देवी, किरण देवी, कुसुम देवी, ¨पकी देवी एवं किरण कुमारी सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
परिहार: राज्य आशा संघर्ष समिति के आह्वान पर शुक्रवार को मांगों के समर्थन तथा पटना में हुए आशा पर लाठीचार्ज के विरोध में समिति की प्रखंड इकाई ने पीएचसी पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शन में शामिल आशाओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर लतीफन खातून, गीता देवी, पूनम देवी, वीणा देवी, शीला देवी, सुंदर देवी, ललिता कुमारी, विभा कुमारी, रंजू कुमारी, अंजू कुमारी, संगीता कुमारी, सरोज कुमारी, कुमारी अनिता, शांति ¨सहा एवं नूतन कुमारी समेत दर्जनों आशा मौजूद थीं।
नानपुर: सरकार द्वारा मांगों के नहीं माने जाने से आक्रोशित आाश, पीएचसी परिसर में फैसिलेटर इंदू कुमारी के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि जब तक हमलोग को सरकारी दर्जा या कम - कम 18 हजार रुपये मानदेय नहीं मिलेगा तबतक हड़ताल जारी रहेगी। धरना-प्रदर्शन में आशा झा, मंजू देवी, मालती देवी, बिना मिश्रा,पूनम देवी सरवरी खातून सहित अन्य आशा मौजूद थीं।