जर्जर सड़कों की समस्या से जूझ रहा सिरसी गांव
नानपुर प्रखंड मुख्यालय से दो किलोमीटर दूरी पर स्थित सिरसी गांव में आज भी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है।
सीतामढ़ी। नानपुर प्रखंड मुख्यालय से दो किलोमीटर दूरी पर स्थित सिरसी गांव में आज भी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। स्वास्थ्य, बिजली, बैंक, शिक्षा, सड़क आदि बुनियादी सुविधा का घोर अभाव है। ग्रामीण इन समस्याओं से हर दिन जूझ रहे हैं। दैनिक जागरण के गांव की पाती अभियान के तहत गांव के पंचायत भवन में आयोजित चौपाल में शामिल लोगों ने गांव की समस्याओं की खुलकर चर्चा की।
लोगों ने कहा कि गांव में कई कच्ची सड़कें हैं जिसके पक्कीकरण का इंतजार है। सिरसी से रायपुर, सिरसी से हरिनगर तथा सिरसी से बेंगहा होते हुए कोईली तक की सड़कों का यही हाल है। चौपाल में शामिल शीतल प्रसाद ने बताया कि इस गांव में सरकार ओर से जलमीनार का निर्माण कराया गया है, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण शोभा की वस्तु बनकर रह गया है। लोगों को समय पर पानी नहीं मिल पाता है। जलमीनार होने के कारण सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना से भी पूरी तरह वंचित हैं। सुरेन्द्र कुमार झा ने कहा कि इस गांव में बिजली की सुविधा कुछ लोगों को ही उपलब्ध है। हालांकि, पंचायत की मुखिया किरण देवी के अथक प्रयास से विद्युतीकरण का कार्य किया जा रहा है। चमन पटेल ने बताया कि इस गांव में एक राजकीय नलकूप है, लेकिन वह बेकार है। इस कारण किसानों को निजी पंपसेट से अधिक पैसे देकर ¨सचाई करनी पड़ती है। लालबाबू प्रसाद ने बताया कि इस गांव में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की गई है, जो किराए के मकान में चल रहा है। इससे ग्रामीण को विशेष लाभ नहीं मिल रहा है। लोगों को इलाज के लिए दूसरी जगह जाना मजबूरी है। ग्रामीण रामश्रेष्ठ राय ने बताया कि गांव के सभी वार्डों में नाली नहीं होने के कारण सड़क पर नाला का पानी बहता है। नाला का निर्माण कर पानी का बहाव उचित जगह करना जरूरी है। वृद्ध बटोरन राय ने कहा कि पिछले लगभग तीन वर्षों से अधिक समय से सरकार द्वारा मिलने वाली विभिन्न पेंशन योजना का भुगतान नहीं हो सका है। गांव में एक भी बैंक की शाखा नहीं होने के कारण लोगों को रुपये जमा-निकासी में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। काशी पटेल ने कहा कि पंचायत में सड़कें काफी जर्जर हैं, उसपर जलजमाव रहता है। मुखिया निर्माण के लिए तैयार भी हुए, लेकिन सड़क के दोनों तरफ अतिक्रमण के कारण नाला निर्माण नहीं हो सका। वहीं गांव में आने के लिए रायपुर से सिआरी व सिरसी से हरिनगर जाने वाली सड़क काफी जर्जर है। चौपाल में शीतल प्रसाद, सुरेन्द्र कुमार झा, रामश्रेष्ठ राय, शुभनारायण मिश्र, प्रमोद झारखंडी, काशी पटेल, लालबाबू प्रसाद, बटोरन राय समेत कई बुजुर्ग व युवा शामिल होकर बेबाकी से अपनी गांव की समस्याओं को रखे।
बोले ग्रामीण:
नीरज कुमार ¨सह: इस गांव में शिक्षा का हाल बदहाल है। खासकर उच्च शिक्षा का बुरा हाल है। गांव में उच्च विद्यालय है, लेकिन भवन एवं शिक्षक के अभाव में छात्रों को अन्यत्र जाना पड़ता है।
बयान ::::
गांव के विकास के लिए कई विकास कार्य कराए जा रहे हैं। गांव में सभी लोगों को बिजली की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विद्युतीकरण कार्य पूरा कराया जा रहा है। मनरेगा के तहत सड़कों की भराई व निर्माण का काम कराया जा रहा है। सात निश्चय योजना के तहत काम कराया जाएगा। सरकार प्रायोजित विभिन्न योजनाओं के लाभुकों को लाभ दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। गांव के विकास के लिए संकल्पित हूं।
--- किरण देवी, मुखिया