सीतामढ़ी में गला दबा नव विवाहिता की हत्या,सास-ससुर हिरासत में
प्रेम विवाह के महज चार महीने बाद ही बतौर दहेज बाइक नहीं मिलने से नाराज पति समेत ससुरालियों ने गुरुवार की सुबह नेहा नामक नव विवाहिता की गला दबा कर हत्या कर दी।
सीतामढ़ी। प्रेम विवाह के महज चार महीने बाद ही बतौर दहेज बाइक नहीं मिलने से नाराज पति समेत ससुरालियों ने गुरुवार की सुबह नेहा नामक नव विवाहिता की गला दबा कर हत्या कर दी। घटना के बाद पति कृष्ण गोस्वामी समेत अन्य फरार हो गए। घटना सीतामढ़ी शहर के जानकी स्थान मंडल टोला वार्ड पांच की है। मायका वालों की सूचना पर मौके पर पहुंची नगर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने मृतका के शव को चौकी पर रखा पाया। वहीं पास से रस्सी बरामद किया। पुलिस ने मौके से मृतका की सास रिकु देवी व ससुर बिरजू गोस्वामी को हिरासत में ले लिया। दोनों से पूछताछ जारी है। घटना की बाबत मृतका की मां वैशाली जिले के बेलसर थाना के लगमा निवासी विनोद गोस्वामी संगीता देवी के आवेदन पर नगर थाने में दहेज हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें मृतका के पति जानकी स्थान मंडल टोला वार्ड पांच निवासी कृष्ण गोस्वामी, ससुर बिरजू गोस्वामी, सास रिकू देवी, देवर गोलू गोस्वामी, ननद शिवानी और ननदोई संतोष गोस्वामी समेत छह को आरोपित किया है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार कृष्ण गोस्वामी का ननिहाल वैशाली जिले के बेलसर थाना के लगमा गांव में है। वह अपने नाना के घर रहता था। इस क्रम में पड़ोस में रह रही नेहा के साथ उसका प्रेम प्रसंग चलने लगा। 12 दिसंबर 2018 को कृष्ण गोस्वामी नेहा को लेकर भाग गया और मंदिर में शादी रचा ली। घटना की बाबत नेहा के परिजनों ने बेलसर थाना में नेहा के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें कृष्ण गोस्वामी को आरोपित किया था। शादी के बाद कृष्ण गोस्वामी नेहा को लेकर अपने घर आ गया। शादी के बाद कृष्ण गोस्वामी नेहा के परिजनों से बतौर दहेज बाइक और नगदी की मांग कर रहा था, वहीं नेहा को घर से निकाल देने की धमकी दे रहा था। इसी बीच गुरुवार की सुबह गला दबा कर नेहा की हत्या कर दी गई। वहीं मामले को आत्म हत्या बताया गया। आसपास के लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच की। पुलिस ने मृतका के ससुर से मोबाइल नंबर लेकर मृतका के मायका वालों को सूचना दी। इसके बाद सीतामढ़ी पहुंचे मायका वालों ने नगर थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने पोस्टमार्टम बाद शव को मायका वालों को सौंपने की कोशिश की, लेकिन मायका वालों ने शव लेने से इन्कार कर दिया। मायका वालों का तर्क है कि शादी के बाद बेटी की अर्थी उससे ससुराल से ही उठती है। देर शाम तक शव सदर असपताल में ही है।