जर्जर सड़क की समस्या से जूझ रहे कोयली गांव के लोग
नानपुर प्रखंड मुख्यालय के सटे पश्चिम कोयली गांव आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है।
सीतामढ़ी। नानपुर प्रखंड मुख्यालय के सटे पश्चिम कोयली गांव आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। इस गांव की मुख्य सड़क व कुछ ग्रामीण सड़क को छोड़कर शेष जर्जर है। राजकीय नलकूप रहते हुए भी लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। इस गांव में उच्च शिक्षा का अभाव है। कहने को यह सांसद आदर्श ग्राम है, लेकिन अब तक कोई सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है। दैनिक जागरण के गांव की पाती अभियान के तहत कोयली गांव में चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें लोग ने समस्याओं के बारे में खुलकर चर्चा की।
ग्रामीणों ने कहा कि इस गांव में बैंक, अस्पताल आदि सुविधाओं का घोर अभाव है।
ग्रामीण सह पंचायत समिति सदस्य संजीव ठाकुर ने बताया कि इस गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना में चयन किया गया था।हमलोगों को बड़ी खुशी हुई थी, लेकिन चार साल में बिजली का पोल गिराने और गाड़ने के अलावा कुछ नहीं हो सका है। इस गांव में कुछ लोगों को पूर्व से बिजली की सुविधा उपलब्ध है। शेष लोगों के लिए विद्युतीकरण कार्य किया जा रहा है।
अजय झा ने बताया कि इस गांव में मुख्य सड़क व कुछ ग्रामीण सड़कों को छोड़कर अन्य सड़क की हालत जर्जर है। कोयली से बिरार, कोयली से जानीपुर, कोयली गोल्डेन पब्लिक स्कूल से बेगहा एवं कोयली पंचायत भवन से नानपुर जाने वाली, इमामबाड़ा चौक से ददरी पथ तक जाने वाली सहित अन्य सड़क का हाल ठीक है।
उमाशंकर राय ने बताया कि डीएम द्वारा 21 शिक्षकों का निलंबन होने के बाद विद्यालय की स्थिति बहुत अच्छी है। उच्च विद्यालय है। उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नहीं होने के कारण उच्च शिक्षा के लिए बच्चों को बाहर जाना पड़ता है।
वृद्ध सोनेलाल सहनी ने बताया कि इस गांव के गरीब व लाचार लोगों को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ मिल रहा था। लेकिन, बैंक के माध्यम से भुगतान की व्यवस्था के बाद से अधिकतर लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। लोग इसके लिए प्रखंड कार्यालय व बैंक का चक्कर लगा रहे हैं। सुशील पासवान ने बताया कि इस गांव को लगभग दो वर्ष पूर्व खुले में शौचमुक्त घोषित किया गया। सभी परिवारों में शौचालय का निर्माण कराया गया। अधिकांश लोगों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया गया, लेकिन कई वंचित लोगों को अभी तक लाभ नहीं मिला है।
विनीत कुमार सिन्हा ने बताया है कि इस गांव में स्वास्थ्य सुविधा का घोर अभाव है। इस गांव में अस्पताल बनाने के लिए गांव की बेटी और भारत सरकार के वित्त व योजना विभाग के निदेशक वंदना प्रेयसी ने जमीन दान में देकर भवन बनाने का रास्ता साफ कर दिया।
राजदेव पासवान ने बताया कि गरीब को कफन के लिए कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत राशि मिलती थी, लेकिन सरकार द्वारा राशि नहीं दिए जाने के कारण वह भी लगभग दो वर्ष से नहीं मिल रही है। संतोष राम ने बताया कि गरीब लोगों को बेटी की शादी के लिए कन्या विवाह योजना का लाभ भी इस गांव के लोगों को नहीं मिल पा रहा है। लोगों का आवेदन प्रखंड कार्यालय में स्वीकृत है, लेकिन राशि के अभाव में लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है। मिथिलेश राय ने बताया कि इस गांव में वर्षों पूर्व स्टे्ट बो¨रग गाड़ा गया था, लेकिन विभागीय पदाधिकारी की लापरवाही व अकर्मण्यता के कारण बेकार पड़ा हुआ है। किसान निजी बो¨रग से पटवन करने को मजबूर हैं। तपेश्वर पासवान ने बताया कि इस गांव में विख्यात सरकारी बाजार है जो लाखों रुपये का राजस्व सरकार को देता है। इसकी स्थिति बदतर है। जलजमाव व कीचड़ का साम्राज्य स्थापित है। यहां सार्वजनिक शौचालय का निर्माण भी कराया गया, लेकिन देखरेख के अभाव में बेकार पड़ा है। पंचायत के मुखिया को कहने पर निजी कोष से इसकी साफ-सफाई कराई जाती है। चौपाल में संजीव कुमार ठाकुर, अजय झा, सोनेलाल सहनी सुशील पासवान, विनीत कुमार सिन्हा, राजदेव पासवान, संतोष राम, पान बाबू, मिथिलेश राय कामोद राय, दीपक मंडल, संजीत ¨सह,तपेश्वर पासवान सहित अन्य लोग मौजूद थे। बयान :::
पंचायत के सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पित हूं। गांव में विकास कार्य कराने में सफलता भी मिली है। पंचायत में बिजली, सड़क, स्वच्छ जल, स्वास्थ्य सुविधा तथा शिक्षा आदि सुविधाओं के लिए काम जारी है। आने वाले समय में गांव, प्रखंड ही नहीं जिले में एक मुकाम स्थापित करेगा। गांव में सामाजिक न्याय व सर्वांगीण विकास कराने के लिए संकल्पित हूं। लोगों की समस्या के निदान के लिए प्रयासरत हूं।
--- किरण कुमारी, मुखिया