ट्रेनों में बर्थ खाली नहीं रहने से परदेसी परेशान,रेलवे परिसर में बढ़ी भीड़
होली खत्म होते ही परदेसियों का काम पर लौटना शुरू हो गया है। सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है।
सीतामढ़ी। होली खत्म होते ही परदेसियों का काम पर लौटना शुरू हो गया है। सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है। आरक्षण टिकट के लिए सभी ट्रेनों में लंबी वेटिग सूची चल रही है। रविवार को सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर पर लंबी कतार देखी गई। लोग सुबह से ही आरक्षण काउंटर पर लाइन में लगा अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। तत्काल टिकट के लिए तो लोगों को दस दस घंटे तक काउंटर के सामने खड़ा होना पड़ता है। इस रेलखंड से गुजरने वाली किसी भी ट्रेन में अगले 15 से 20 दिनों तक बर्थ खाली नहीं है। परदेश के ठिकानों पर रेल से ही सफर करना को मजबूरी है। ट्रेनों में भीड़ व आरक्षण टिकट की मारामारी को लेकर परदेसी खासे परेशान हैं। परिवार के साथ परदेस लौटने वाले लोग ज्यादा परेशान हैं। परदेश जाने वाले वैसे यात्रियों की भीड़ स्टेशन के प्लेटफार्म सहित विचरण क्षेत्र में देखा जा रहा है। इस दौरान कुछ ऐसे यात्री के ग्रुप भी है, जो गिनती से दस बारह हैं। लेकिन उनके पास मात्र दो-तीन ही आरक्षण टिकट मौजूद हैं। बाकी सभी के पास वेटिग हैं। इसे लेकर पूछे जाने पर यात्री विजय कुमार, सुरेश पासवान, बिनोद राउत सहित कई यात्रियों ने बताया कि आरक्षित रेल टिकट बड़ी मुश्किल से मिल रही है। ऐसे में एक या दो टिकट मिल जाती है, तो हम लोग अपने सामन को सुरक्षित करते हुए अपने गंतव्य तक पहुंच जाते है। लोगो ने बताया कि होली के चार पांच रोज पूर्व अपने घर आए थे। तब से अपनी अग्रिम यात्रा टिकट को लेकर रेलवे के सीतामढ़ी, बाजपट्टी, ढेंग, बैरगनिया, जनकपुर रोड रेलवे स्टेशन स्थित रिजर्वेशन काउंटर पर रात को नंबर लगा कर खड़े होते रहे। जब तत्काल टिकट का समय होता है, तो काउंटर के अंदर से यह बता दिया गया कि लिक नहीं चल रही है या वेटिग दिखा दिया है। अभी रेलवे के काउंटर से न के बराबर तत्काल टिकट मिल रही है। लोगो ने बताया कि आठ आठ सौ रुपया अधिक देकर टिकट ब्रोकर से लिए है। स्पेशल ट्रेनों में भी आरक्षित टिकट की स्थिति लगभग इसी प्रकार ही है। ट्रेनों में वेटिग की स्थिति
सीतामढ़ी से आनंद विहार दिल्ली जानेवाली लिच्छवी एक्सप्रेस ट्रेन के टू टियर एसी कोच में 3 मार्च तक तथा थ्री टियर एसी कोच में 7 अप्रैल वहीं स्लीपर कोच में 4 अप्रैल तक बर्थ खाली नहीं है। रक्सौल से दिल्ली जाने वाली सदभावना एक्सप्रेस में टू टियर एसी कोच में 29 मार्च तक, थ्री टियर एसी कोच में 5 अप्रैल वहीं स्लीपर कोच में 5 अप्रैल तक, रक्सौल से हैदराबाद जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन के टू टायर एसी कोच तथा स्लीपर में 31 मार्च तक बर्थ खाली नहीं है। वहीं कामाख्या कटरा में 22 जुलाई तक कोई बर्थ खाली नहीं है। कुछ ऐसी ही स्थिति रक्सौल-हावड़ा एक्सप्रेस, रक्सौल सिकंदराबाद, सीतामढ़ी-कोलकता एक्सप्रेस में बर्थ की स्थिति चल रही है। रेलवे परिसर में सुरक्षा व्यवस्था सख्त
स्टेशन पर होली के बाद परदेश जने वाले लोगो की बढ़ती दबाव को देखते हुए स्थानीय रेलवे के दोनों प्रशासनिक विग, हाई अलर्ट पर है। स्टेशन के दोनों छोड़ के साथ रेलवे प्लेटफार्मो, विचरण क्षेत्र, प्रतीक्षालय सहित सभी जगहों पर राजकीय रेल पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल के जवान निगरानी में लगे हैं। रेल प्रशासन पूर्ण सर्तक नजर आ रही है। कहीं कोई चूक न हो जाए, जिससे यात्रियों को कोई भाडी नुकसान न हो जाए। इसके साथ ही रेल प्रशासन ध्वनि तरंग मशीन के माध्यम से चोर, पकेटमार, झपट्टा गिरोह, से सावधान रहने की बात बताकर यात्रियों को सर्तक कर रही है। ताकि यात्री खुद भी अलर्ट रहकर अपने अपने सामनो की सुरक्षा में चौकस रह सकें। कोट
यात्री की सुरक्षा को लेकर जवान एवं पुलिस पदाधिकारी 24 घंटे तत्पर है। इसके लिए प्लेटफार्म से लेकर परिसर के विभिन्न स्थानों पर जवानों को तैनात किया गया है। साथ ही जवानों एवं पदाधिकारियों द्वारा लगातार गश्ती की जा रही है।
---आरपीएफ निरीक्षक धर्मेन्द्र कुमार एवं जीआरपी थानाध्यक्ष तपेश्वर प्रसाद, रेलवे स्टेशन, सीतामढ़ी।