युवक की हत्या मामले में एक को आजीवन कारावास
सीतामढ़ी। मारपीट के मामले में सुलह करने से इन्कार करने पर पंचायती के लिए घर से बुलाकर संजय कुमार नामक युवक की हत्या के मामले में द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश शिव कुमार शुक्ला ने रीगा थाना क्षेत्र के बुधवारा गांव निवासी रामश्रेष्ठ साह के पुत्र नीरज कुमार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
सीतामढ़ी। मारपीट के मामले में सुलह करने से इन्कार करने पर पंचायती के लिए घर से बुलाकर संजय कुमार नामक युवक की हत्या के मामले में द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश शिव कुमार शुक्ला ने रीगा थाना क्षेत्र के बुधवारा गांव निवासी रामश्रेष्ठ साह के पुत्र नीरज कुमार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। वहीं कुल 1.60 लाख रुपये का आर्थिक दंड भी लगाया है। अर्थदंड की राशि नहीं अदा करने पर छह माह की अतिरिक्त कारावास भोगनी होगी। न्यायाधीश ने आरोपी को तीन अलग-अलग धाराओं में सजा सुनाई है। हत्या मामले में आजीवन कारावास और दस हजार रुपये का अर्थदंड लगाया गया है। जबकि बिहार मद्य निषेध कानून की धारा 37 (बी) में 50 हजार रुपये अर्थदंड और 37 (सी) में 5 वर्ष कारावास और एक लाख रुपये का अर्थदंड लगाया है। सभी सजाएं साथ-साथ चलेंगी। मामले में द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद 13 फरवरी को नीरज कुमार को दोषी करार दिया था। वहीं सजा के ¨बदू पर सुनवाई करते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। मामले सरकार पक्ष की ओर से विशेष लोक अभियोजक श्रीगोपाल ने पक्ष रखा। बचाव पक्ष से अधिवक्ता राजीव रंजन ¨सह ने बहस की। बताया गया है कि रीगा थाना क्षेत्र के रीगा टोले रमनगरा गांव निवासी संजय कुमार का नीरज कुमार के साथ विवाद हुआ था। नीरज ने संजय की पिटाई कर दी थी। संजय ने नीरज के खिलाफ रीगा थाने में मारपीट की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से नीरज सुलह के लिए संजय पर लगातार दबाव बना रहा था। 27 अक्टूबर 2017 को वह अपने सहयोगियों के साथ संजय के दरवाजे पर आकर सुलह करने का दबाव बनाया। लेकिन, उसने इन्कार कर दिया। 28 अक्टूबर को नीरज समेत अन्य लोग दोबारा संजय के घर पहुंचे और पंचायती के लिए विधायक के बुलाने की बात कह कर ले गए। लेकिन, देर शाम तक वह घर नहीं लौटा। इसी बीच संजय की हत्या कर साक्ष्य छिपाने के लिए बेलाही जयराम गांव में शव को फेंकते नीरज को लोगों ने पकड़ लिया।