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सीतामढ़ी में आ‌र्म्स के साथ चार कुख्यात बदमाश गिरफ्तार

सीतामढ़ी। एसपी सुजीत कुमार द्वारा गठित पुलिस पुलिस की टीम के जिले के अलग-अलग स्थानों से आ‌र्म्स के साथ चार बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Dec 2018 12:48 AM (IST)Updated: Thu, 27 Dec 2018 12:48 AM (IST)
सीतामढ़ी में आ‌र्म्स के साथ चार कुख्यात बदमाश गिरफ्तार

सीतामढ़ी। एसपी सुजीत कुमार द्वारा गठित पुलिस पुलिस की टीम के जिले के अलग-अलग स्थानों से आ‌र्म्स के साथ चार बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। एसडीपीओ सदर डॉ. कुमार वीर धीरेंद्र के नेतृत्व में गठित पुलिस की टीम ने 29 नवंबर की रात शहर के मेन रोड स्थित बाटा मैनेजर राजेश कुमार पर हुई फाय¨रग में प्रयुक्त पिस्टल के साथ दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जबकि 6 दिसंबर को बैरगनिया बाजार समिति के पास स्थित बजरंग ट्रेडर्स के मालिक मुकेश गुप्ता पर हुई फाय¨रग मामले में आ‌र्म्स के साथ दो बदमाशों को पकड़ा गया है। गिरफ्तार बदमाशों में सुरसंड निवासी शातिर सुंदरम उर्फ 4 जी, बैरगनिया थाना के मूसाचक निवासी धीरज जायसवाल, बेला थाना के सिरसिया निवासी अमित कुमार व रणजीत कुमार शामिल है। इसकी जानकारी बुधवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी सुजीत कुमार ने दी। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार धीरज जायसवाल और सुंदरम उर्फ 4 जी के खिलाफ कई थानों में लूट, रंगदारी और कातिलाना हमला के मामले दर्ज है। सुंदरम परिहार में गैस एजेंसी में लूट, सुरसंड में बाइक चोरी और शराब तथा बैरगनिया में सीमेंट व्यवसायी पर फाय¨रग के मामले में आरोपित है। जबकि धीरज जायसवाल का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ बैरगनिया और रीगा थाना में रंगदारी और आ‌र्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज है। इसके अलावा मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर थाने में भी डकैती की योजना बनाने का मामला दर्ज है। एसपी ने बताया कि दोनों की पुलिस को लंबे समय से तलाश थी। बताया कि रणजीत कुमार साल 2014 में डुमरा थाना क्षेत्र में लूट के मामले में जेल जा चुका है। वह साल 2014 में सीतामढ़ी जेल ब्रेक कांड में भी शामिल था। इसके पूर्व वह साल 2012 में आपराधिक मामले में नेपाल में भी जेल जा चुका है। गिरफ्तार अमित कुमार के खिलाफ बेला थाने में हत्या और लूट के दो मामले दर्ज है। एसपी ने बताया कि संपत्तिमूलक अपराध में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। चार दिन पूर्व चलाए गए ऑपरेशन के दौरान आ‌र्म्स के साथ 11 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान बसवरिया निवासी ओमप्रकाश उर्फ ओपी को लोडेड कट्टा और दो गोली के साथ गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में उसने शहर के रूप मिलन, चाहत और नारायण मेडिकल में रंगदारी के लिए फाय¨रग, परसौनी में व्यवसायी से रंगदारी, बैरगनिया के सीमेंट व्यवसायी मुकेश गुप्ता को गोली मार कर जख्मी करने व सीतामढ़ी शहर स्थित बाटा मैनेजर पर रंगदारी के लिए फाय¨रग की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की थी। वहीं अपने गैंग के सदस्यों का नाम उजागर किया था। इसके बाद पुलिस की टीम ओपी गैंग के सदस्यों की तलाश में जुटी थी। इसी क्रम में क्यूआरटी ने एक देसी कट्टा के साथ धीरज और सुंदरम को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने कई कांडों में अपनी संलिप्तता बताई। बताया कि बाटा मैनेजर पर फाय¨रग उन्हीं लोगों द्वारा की गई थी। पूछताछ में फाय¨रग में प्रयुक्त पिस्टल बेला थाना के सिरसिया गांव में छिपा कर रखने की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस की टीम ने सिरसिया गांव में छापेमारी कर उक्त पिस्टल को बरामद करते हुए अमित और रणजीत को दबोच लिया। एसपी ने बताया कि बरामद पिस्टल की फॉरेंसिक जांच होगी। ताकि यह पता चल सके कि घटनास्थल से बरामद खोखा इसी पिस्टल से निकली है या नहीं। एसपी ने बताया कि अपराधियों के खिलाफ उनका ऑपरेशन जारी रहेगा। अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। वहीं अकाटय साक्ष्य के साथ पुलिस कोर्ट में जाएगी। ताकि अपराधियों को सजा मिल सके।

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