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मधुबनी पेंटिग वाले मास्क की डिमांड, डीएम-एसपी को भी आए पसंद

खूबसूरत कलाकृति के लिए दुनिया भर में मशहूर मधुबनी व मिथिला पेंटिग कैनवास से उतरकर अब मास्क की शोभा बढ़ा रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 12:16 AM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 06:11 AM (IST)
मधुबनी पेंटिग वाले मास्क की डिमांड, डीएम-एसपी को भी आए पसंद

सीतामढ़ी। खूबसूरत कलाकृति के लिए दुनिया भर में मशहूर मधुबनी व मिथिला पेंटिग कैनवास से उतरकर अब मास्क की शोभा बढ़ा रही हैं। मन भावन मास्क की डिमांड बढ़ने के साथ आम वो खास सब पसंद कर रहे हैं। डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा व एसपी अनिल कुमार भी खुद को रोक नहीं पाए। आम मास्क हटाकर ये खास मास्क पहने हुए नजर आएं। अधिकारी द्वय ने इस मास्क वाली फोटो मीडिया को साझा किए। खास पेंटिग वाले मास्क की विशेषताएं. सामाजिक संस्कृति से जुड़ा होने के कारण इसमें लोक संस्कृति की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ती है। डीएम ने बताया कि सबसे बड़ी बात है कि ये मास्क प्रवासी श्रमिक भाइयों एवं जीविका दीदियों द्वारा बनाए जा रहे हैं। सीतामढ़ी में बड़े पैमाने पर मास्क दिन-रात बनाए जा रहे हैं। मधुबनी पेंटिग से युक्त काफी आकर्षक एवं गुणवत्तापूर्ण मास्क का निर्माण तेजी से हो रहा है। प्रवासी श्रमिकों एवं जीविका दीदियों को इससे रोजगार मिल रहा है। डीएम ने कहा कि ये देखकर मैं खुद भी मॉनीटरिग कर रही हूं। जीविका दीदियां कर रही सिलाई कटाई

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जिले के सुरसंड, बाजपट्टी, रीगा सहित कई प्रखंडों में बड़े पैमाने पर प्रवासी श्रमिकों एवं जीविका दीदियों को टैग कर ये मास्क बनाए जा रहे हैं। डीएम के दिशा-निर्देशन में बीडीओ सुरसंड एवं मुखिया पदम राज भारद्वाज की देखरेख में मधुबनी पेंटिग्स से युक्त काफी आकर्षक एवं गुणवत्तापूर्ण मास्क का निर्माण हो रहा है। जिला जनसंपर्क पदाधिकारी परिमल कुमार ने सुरसंड पहुंचकर प्रवासी श्रमिकों से मुलाकात की और उनकी हौसला अफजाई की। डीपीआरओ ने बताया कि प्रवासी श्रमिक भाइयों एवं जीविका की दीदियों द्वारा काफी संख्या में मास्क का निर्माण किया जा रहा है। अब तक जिले में सत्तर हजार से अधिक मास्क का निर्माण किया जा चुका है। डीएम ने प्रवासी श्रमिकों के आगमन शुरू होते ही सभी बीडीओ को निर्देश दिया था कि जीविका दीदियों के साथ-साथ प्रवासी श्रमिक भाइयों को भी मास्क निर्माण के कार्य में लगाया जाए। आज कई प्रवासी श्रमिक इस कार्य से जुड़ चुके हैं। इनके द्वारा बनाए गए मास्क न सिर्फ आकर्षक एवं गुणवत्तापूर्ण हैं बल्कि, काफी किफायती भी हैं। माला देवी, राधिका देवी, मुन्नी देवी आदि बनाए गए मास्क पर मधुबनी पेंटिग्स करती हैं। वही लुधियाना से आए प्रवासी श्रमिक किशन कुमार, अजय शाह, रमेश पासवान, विमलेश राम, सुनील कुमार, महादेव शाह, मो. कामरान अजीत सहित कई जीविका की दीदियां कटाई एवं सिलाई के कार्य में लगी हुई हैं।

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कोट-डीएम

इस कार्य में लगे प्रवासी भाईयों व जीविका दीदियों को लगभग तीन से चार सौ रुपये प्रतिदिन आमदनी हो जाती है। जिला प्रशासन सरकार के निर्देश के आलोक में बाहर से आने वाले सभी प्रवासी श्रमिक भाइयों का स्किल सर्वे करवा रहा है। ताकि, उनके लिए रोजगार के अवसर सुलभ उपलब्ध हों। जिले में लुधियाना व दूसरे शहरों से काफी संख्या में श्रमिक भाइयों का आगमन हुआ है, जो सिलाई व कढ़ाई आदि कला में काफी दक्ष हैं। उनके हुनर का लाभ मिल रहा है। इस मास्क को बार-बार उपयोग भी किया जा सकता है।

अभिलाषा कुमारी शर्मा, डीएम, सीतामढ़ी।

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कोट एसपी

मनरेगा जल जीवन हरियाली, हर घर नल का जल, मास्क निर्माण सहित कई योजनाओं में प्रवासी श्रमिक भाइयों ने कार्य करना शुरू कर दिया है। कोरोना महामारी के काल में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए खुद की सुरक्षा के लिए मास्क पहनना •ारूरी है। इसे पहनकर ही खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखा जा सकता है।। हमें मिलकर कोविड-19 से लड़ना है। सीतामढ़ी में जीविका दीदियों एवम प्रवासी श्रमिक भाइयों द्वारा बड़े पैमाने पर मास्क बनाया जा रहा है, जो किफायती के साथ गुणवत्तापूर्ण भी है।

अनिल कुमार, एसपी, सीतामढ़ी।


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