करोड़ों की लागत से भवन तैयार मगर एक कमरे में ही पढ़ते बच्चे
चोरौत में करोड़ों की लागत से बररी बेहटा राजकीयकृत राजनंदन ठाकुर उच्च माध्यमिक विद्यालय का भवन दो साल पूर्व बन कर तैयार हो गया।
सीतामढ़ी। चोरौत में करोड़ों की लागत से बररी बेहटा राजकीयकृत राजनंदन ठाकुर उच्च माध्यमिक विद्यालय का भवन दो साल पूर्व बन कर तैयार हो गया। लेकिन, विद्यालय के छात्र आज भी पुराने भवन के एक ही कमरे में पढ़ाई करने को विवश हैं। इस विद्यालय में नवम से बारहवीं तक की पढ़ाई हो रही है। विद्यालय में कुल 646 छात्र नामंकित हैं। यहां कुल नौ शिक्षक हैं। बावजूद एक की कमरे में नवम से 12 वीं तक के बच्चों को पढ़ाया जाता है। एक कमरे में पढ़ाई होती है या सिर्फ कोरमभर पूरा किया जाता है, यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसी हालत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की उम्मीद करना बेईमानी है। इस विद्यालय में कुल 20 डेस्क बेंच है। ऐसे में बच्चे परीक्षा के समय में अपने घरों से बोरा लेकर आते हैं और नीचे में बैठकर परीक्षा देते हैं। विद्यालय के पुराने भवन में सिर्फ चार कमरे हैं। इसमें एक में प्रयोगशाला की सामग्री बंद है। एक प्रधानाध्यापक कक्ष है और एक शिक्षकों का। शेष एक कमरे का उपयोग पढ़ाने के लिए होता है। विद्यालय परिसर में एक चापाकल व एक जीर्ण-शीर्ण हालत में शौचालय है। जबकि परिसर में बना विद्यालय का नया भवन 12 कमरों का है। करोड़ों की लागत से बना भवन उदघाटन से पहले ही जीर्ण-शीर्ण अवस्था में तब्दील हो रहा है।
वर्ष 2016 में आयी बाढ़ से पूर्व भवन बनकर तैयार हो गया था। बाढ़ से फर्श क्षतिग्रस्त हो गया। दीवार से प्लास्टर झड़ने लगे हैं। खिड़की में लगे शीशा टूट फूट कर बिखर रहे हैं। भवन की दीवार से प्लास्टर झड़ने और फर्श धंसने से इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार भवन निर्माण एजेन्सी को एनओसी भी मिल चुका है। विधान पार्षद देवेश चन्द्र ठाकुर ने विधान परिषद के 190 वें सत्र में इस विद्यालय भवन के संबंध में कई सवाल भी किए थे। इसकी जांच को लेकर संबंधित विभाग के जेई एके जायसवाल ने विद्यालय का निरीक्षण भी किया था। क्या कहते हैं अधिकारी :
बीडीओ डॉ.संजय कुमार राय ने कहा कि बररी बेहटा राजकीयकृत राजनंदन ठाकुर उच्च माध्यमिक विद्यालय के नए भवन का जीर्ण-शीर्ण स्थिति में तब्दील होना दुखद है। विद्यालय में भवन का अभाव जरूर है। नए भवन की निर्माण एजेंसी, लागत व भवन की देखभाल की अवधि जांच की जाएगी। अब तक भवन में विद्यालय का संचालन क्यों नहीं शुरू हुआ इस दिशा में कार्रवाई की जाएगी।
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