मुकेश पाठक के इशारे पर मोतिहारी जेल में बंद अश्विनी दूबे ने कराई संतोष की हत्या
गैंगस्टर संतोष झा की हत्या सीतामढ़ी जेल में बंद शातिर मुकेश पाठक के इशारे पर हुई।
सीतामढ़ी। गैंगस्टर संतोष झा की हत्या सीतामढ़ी जेल में बंद शातिर मुकेश पाठक के इशारे पर हुई। साजिश में सीतामढ़ी व शिवहर जेल में बंद संतोष के विरोधी शामिल थे। जबकि, घटना को अंजाम दिलाने में मोतिहारी जेल में बंद मुकेश पाठक के करीबी अश्विनी दूबे उर्फ सोनू दूबे ने सफलता पाई। सोनू इन दिनों मोतिहारी जेल में है। उसके पिता मुजफ्फरपुर में जमादार के पद पर तैनात हैं। सोनू दूबे ने रिमांड होम में रहने वाले किशोरवय युवकों को साजिश के तहत बाहर निकलवा कर उन्हें ट्रेंड कराया और चकिया निवासी ¨प्रस के माध्यम से पैसे उपलब्ध करवा कर संतोष झा की हत्या करवा दी। घटना में गिरफ्तार विकास महतो व नवील अख्तर के अलावा ¨प्रस, आशीष रंजन उर्फ डेविल, शकील अख्तर उर्फ आर्यन व संजीत शामिल था। इसके अलावा कई अन्य बदमाश भी शामिल थे। जिनकी तलाश में छापेमारी जारी है।
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आर्म्स के साथ आर्यन का भाई पकड़ाया
सीतामढ़ी : संतोष झा हत्याकांड में जेल भेजे गए विकास महतो की निशानदेही पर एसपी द्वारा गठित टीम ने पूर्वी चंपारण जिले के चकिया स्थित मो. शकील अख्तर उर्फ आर्यन के घर छापेमारी की। जहां से उसके भाई नवील अख्तर को आर्म्स के साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ में नवील ने बताया कि उसका भाई जुबेनाइल कोर्ट में बंद था। चकिया के संजीत कुमार चौधरी उर्फ राज ने बीमारी का बहाना बनवा उसे रिमांड होम से बाहर निकलवाया। वहीं संजीत व ¨प्रस के माध्यम से सोनू दूबे ने उसे पैसे उपलब्ध कराए। जबकि मुकेश पाठक के इशारे पर संजीत कुमार चौधरी व सोनू दूबे द्वारा इन किशोरवय युवकों से संतोष झा की हत्या कराई गई। नवील अख्तर ने पुलिस को आर्यन के अन्य सहयोगियों के बारे में भी जानकारी दी है। इसके आधार पर पुलिस की टीम छापेमारी कर रही है। इसकी जानकारी एसपी विकास वर्मन ने शुक्रवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में दी। एसपी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि इस घटना का मास्टर माइंड सीतामढ़ी जेल में बंद मुकेश पाठक है। बताया कि कम उम्र के लड़कों की टीम बना कर घटना को अंजाम दिया गया। घटना का कारण पैसा, वर्चस्व, गैंग पर कब्जा व मनमुटाव है। बताया कि मामले की जांच जारी है। रोजाना नए तथ्य सामने आ रहे हैं। इसके आधार पर जांच आगे बढ़ रही है।
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फर्जी पास बनवा कर कोर्ट में घुसे थे विकास व आर्यन
एसपी ने बताया कि विकास व डेविल उर्फ आशीष रंजन कृष्णापुरी स्थित राम सागर राय के मकान में किराये पर रहते थे। बतौर किराया ढाई हजार रुपये भुगतान भी किया। दोनों एक माह से रह रहे थे। लगातार रेकी कर रहे थे। इस दौरान विकास ने खुद को छात्र साबित करने के लिए एक को¨चग में दो दिन क्लास भी की। 27 अगस्त की रात शकील अख्तर उर्फ आर्यन
दो लड़कों के साथ आया था। इसके बाद उसी रात चारों ने कोर्ट कैम्पस में घुस कर हथियार छिपा दिए थे। अगली सुबह चारों बदमाश कोर्ट पहुंचे। उन्हें संतोष झा के जेल से आने की जानकारी मिल रही थी। दो बदमाश बाइक लेकर कोर्ट गेट पर जमे थे, जबकि विकास महतो व आर्यन फर्जी पास बनवा कर कोर्ट में दाखिल हो गए। वहीं छिपाए गए हथियार लेकर विकास व डेविल तैयार थे। पेशी के बाद बाहर निकलते ही दोनों ने संतोष झा पर फाय¨रग कर दी। घटना में संतोष झा मारा गया। डेविल भाग निकला। जबकि विकास महतो 7.65 एमएम के एक पिस्टल, 6 कारतूस, दो मैगजीन, 315 बोर के 3 कारतूस, नलकटूआ का एक कारतूस व बिहार पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ¨जदाबाद लिखे पर्चे के साथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में विकास ने पूरी जानकारी दी। घटना की बाबत डुमरा थाने में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई। वहीं बथनाहा थानाध्यक्ष विकास रंजन सक्सेना, डुमरा थानाध्यक्ष विकास कुमार ¨सह व आलोक कुमार की टीम गठित की गई। इस टीम ने मोतिहारी पुलिस के साथ चकिया में छापेमारी कर आर्यन के भाई नवील अख्मर को आर्म्स के साथ गिरफ्तार किया।
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जारी है छापेमारी, पकड़े जाएंगे बदमाश, बेनकाब होंगे कई चेहरे
एसपी विकास वर्मन ने बताया कि संतोष झा हत्याकांड में बदमाशों की तलाश में छापेमारी जारी है। अब तक दो बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। अन्य बदमाशों की तलाश में छापेमारी जारी है। एसपी ने बताया कि सभी बदमाश चिन्हित किए जा चुके हैं। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। वहीं कई और चेहरे बेनकाब होंगे। बताया कि बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में नए नाम सामने आ रहे हैं। अब तक सात नाम सामने आए हैं।