युवती ने सुनाई अपनी दास्तां, प्रेमी बना पति हुआ फरार, ससुराल वालों ने दी सजा
जिसने प्यार किया, शादी की औऱ साथ रहा, वही चार साल बाद छोड़कर फरार हो गया और उसकी पूछताछ करने पत्नी जब ससुराल पहुंची तो ससुराल वालों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी और घऱ से बाहर फेंक दी।
सीतामढ़ी [जेएनएन]। दिल्ली में रहकर पढ़ाई के दौरान ही एक लड़की को सीतामढ़ी के युवक से प्यार हो गया, दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं। अलग-अलग संप्रदाय के रहने वाले दोनों ने शादी करने की सोची और मंदिर में जाकर शादी कर ली। जब घरवालों को अपने बेटे की शादी का पता चला तो खूब हंगामा हुआ। उन्होंने धमकी दी कि पत्नी को छोड़ दो।
शादी के चार साल के बाद पत्नी को साथ लेकर युवक अपने घर पहुंचा तो लोगों ने दोनों को भगा दिया तो दोनों एक कमरा लेकर अलग रहने लगे। लेकिन कुछ दिनों बाद पति अपनी पत्नी को छोड़कर फरार हो गया। जब पत्नी ससुराल में पति को ढूंढने गए तो ससुरालियों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी और घसीटकर घर से बाहर निकाल दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक पुत्र की दूसरे धर्म में शादी करने से नाराज ससुरालियों की पिटाई से बैरगनिया में घायल शब्बन उर्फ समनप्रीत जायसवाल को पुलिस ने इलाज के बाद सोमवार को मोतिहारी के मीनाबाजार के समीप धर्मसमाज स्थित किराए के घर पर पहुंचा दिया।
मामले में आरोपित उसके ससुर कपिलदेव चौधरी को पुलिस ने रविवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जबकि अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। थानाध्यक्ष सुजीत कुमार के अनुसार, कोर्ट के आदेश पर महिला को पुलिस अभिरक्षा में मोतिहारी पहुंचाया गया है।
शादी के चार साल बाद पहुंची थी ससुराल
मालूम हो कि शादी के चार साल बाद शनिवार को बैरगनिया स्थित ससुराल पहुंची विवाहिता को ससुरालियों ने ईंट, लाठी, डंडा, लात, मुक्का से पिटाई की। बाल पकड़कर सड़क लाकर भी पीटा। आसपास के लोगों ने उसकी जान बचाई। मोबाइल छीन लिया।
सूचना पर अनि गुप्ता प्रसाद सिंह सशस्त्र बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। ससुर कपिलदेव चौधरी को हिरासत में ले लिया एवं पीड़िता का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराया। विवाहिता की ओर थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी में कहा गया है कि वह बैरगनिया के वार्ड-14 की निवासी है। दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रही थी।
बैरगनिया के आबकारी चौक निवासी कपिलदेव चौधरी के पुत्र धीरज कुमार से परिचय हुआ और धीरे-धीरे प्रेम हो गया। 2013 में दिल्ली के आर्यसमाज मंदिर में धर्म परिवर्तन कर उसने शादी की और साथ रहने लगी।
किराए के मकान में रखकर फरार हो गया पति
धीरज के घरवालों को जब इस शादी की जानकारी हुई तो उन्होंने दूसरे धर्म की अपनी बहू को स्वीकार करने से इन्कार कर दिया। पुत्र को तरह तरह की धमकी देने लगे। कहा गया कि अगर तुम उसके साथ रहोगे तो तुम्हें पैतृक धन संपत्ति से बेदखल कर देंगे।
इसके बाद धीरज अपनी पत्नी को मोतिहारी में एक किराए के मकान में रखकर फरार हो गया। करीब चार साल बाद वह जब अपने ससुराल आबकारी चौक स्थित घर में प्रवेश की तो ससुर कपिलदेव चौधरी, सास धनमंती देवी, जेठ संजय जायसवाल, बड़े श्वसुर भदई चौधरी के अलावा आधा दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों ने हमला बोल दिया।
बैरगनिया के बड़े व्यवसायियों में हैं कपिलदेव चौधरी
बताते हैं कि कपिलदेव चौधरी एवं उनके परिजनों की गिनती बैरगनिया के बड़े व्यवसायियों में होती है। चिमनी, आलू-प्याज की गद्दी के अलावा अन्य भी कई तरह का कारोबार है। पति धीरज भी व्यवसाय में सहयोगी है। मूल रूप से पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन थाने के अमवा गांव निवासी चौधरी ने आबकारी चौक पर जमीन खरीद कर अपना घर बनाया है। शनिवार को उनका गृहप्रवेश भी था।
पति ने कर रखा है तलाक का मुकदमा
इधर, ससुराल पक्ष के लोगों ने बताया कि पति धीरज ने समनप्रीत से तलाक के लिए मोतिहारी कोर्ट में एक साल पहले तलाक का मुकदमा दायर किया है। जिसकी सुनवाई चल रही है। इसकी जानकारी होने पर वह दबाव बनाने के लिए बैरगनिया पहुंची थी।