2119 यात्रियों ने कैंसिल कराई टिकट, वापसी के पैसे लौटाने में माथापच्ची कर रहा रेलवे
कोरोना वायरस के खौफ से फ्लाईट्स के बाद लोग ट्रेनों की टिकट लगातार कैंसिल कराकर अपनी यात्रा स्थगित कर रहे हैं।
सीतामढ़ी। कोरोना वायरस के खौफ से फ्लाईट्स के बाद लोग ट्रेनों की टिकट लगातार कैंसिल कराकर अपनी यात्रा स्थगित कर रहे हैं। सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर शनिवार तक हफ्तेभर में करीब पौने चार सौ यात्रियों ने अपनी यात्रा टिकट कैंसिल करवाई थी। वह संख्या बढ़कर 2119 यात्रियों ने टिकट कैंसिल कराई है। एक मार्च से अब तक का यह आंकड़ा है। जिनमें 550 सीनियर सीटीजन ने कैंसिल कराई है। 18 और 19 मार्च को कुल 547 टिकटों की वापसी हुई, जिनमे 147 सीनियर सिटीजन वाले टिकट भी शामिल हैं। रेलवे को इससे लाखों की क्षति हुई है सो अलग। लंबी दूरी की यात्रा से लोग परहेज कर रहे हैं। दिल्ली, मुंबई व लुधियाना और महानगर के लिए महीनों पूर्व आरक्षित टिकट लेने वाले यात्रियों ने अचानक यात्रा स्थगित कर दी है। वाणिज्य अधीक्षक हरिकिशोर राम ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि देश-परदेस में नौकरीपेशा और दूसरा काम-धंधा करने वाले यात्रा से परहेज कर रहे हैं। रेलवे को क्षति की बात करें तो उसके पास वापसी के लिए भी पैसे कम पड़ जा रहे हैं। वाणिज्य अधीक्षक ने यहां तक कहा कि जरूरत पड़ेगी तो टिकट वापसी की भरपाई के लिए जिलाधिकारी सीतामढ़ी से पैसे की डिमांड की जाएगी। इस स्टेशन से होकर नेपाल के लोग भी यात्रा करते हैं। इस कारण आरक्षित टिकटों को लेकर भारी भीड़ लगी रहती है। मगर, जब से कोरोना का हौवा खड़ा हुआ है, आरक्षण काउंटर पर अचानक भीड़ कम गई है। नहीं हो रही रेलवे स्टेशन पर विशेष सफाई
कोरोना को लेकर सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर साफ-सफाई में लापरवाही साफ दिख रही है। अभी भी यहां गंदगी के बीच ही यात्रा करने की मजबूरी है। यहां सफाई के मौजूदा विभागीय दिशा-निर्देशों का साफ तौर पर उल्लंघन दिखता है। सफाई व्यवस्था पर यात्रियों की नाराजगी दिखाई पड़ रही है। स्टेशन अधीक्षक मदन प्रसाद का कहना है कि सफाई में कोई कोताही नहीं बरती जा रही। जागरूकता के लिए रेलवे स्टेशन पर प्रचार-प्रसार भी कराया जा रहा है।