परिहार में लगातार दूसरे दिन 11 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले, अकेले इस प्रखंड में 33 तो जिले में संख्या बढ़कर हुई 43
जिले के परिहार प्रखंड में सोमवार को फिर 11 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं।
सीतामढ़ी। जिले के परिहार प्रखंड में सोमवार को फिर 11 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इस प्रकार इस प्रखंड में कोरोना पॉजिटिव के केस 33 तो जिले में यह संख्या बढ़कर 43 हो गई है। डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने बताया कि परिहार प्रखंड में फिर 11 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों में उनकी उम्र 25, 27, 42, 20, 22, 16, 56, 19, 20, 40, 60 वर्ष है। उक्त सभी कोरोना पॉ•िाटिव पुरुष मरीज कुछ ही दिन पूर्व श्रमिक स्पेशल ट्रेन से सीतामढ़ी पहुंचे थे। जिनमे सभी परिहार प्रखंड के क्वारंटाइन सेंटर में आवासित थे। ये सेंटर पहले ही से कंटेनमेंट जोन घोषित है। मगर, संबंधित क्वारंटाइन सेंटर के इलाके को सील नहीं किया गया है। कहीं बांस-बल्ला वगैरह से रास्ता बंद नहीं किया गया है। खुद यह सेंटर भी चारों तरफ से खुला हुआ है। यह अलग बात है कि डीएम ने आदेशित कर रखा है कि उस इलाके में तीन किलोमीटर के दायरे में वाहनों या किसी भी प्रतिष्ठान के चलने की इजाजत नहीं होगी। कोरोना पॉजिटिव मरीज को कोविड हेल्थ सेंटर में स्थानांतरित किया गया है। परिहार समेत नानपुर, पुपरी, बोखड़ा, रीगा, बेलसंड, बथनाहा में कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं। जिले में परिहार प्रखंड हॉटस्पॉट जोन बच चला है। इससे प्रखंड के लोगों में दहशत का आलम है। हालांकि, डीएम ने कहा है कि किसी को भी पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। वर्तमान में बेहद सजग एवं सतर्क रहें, शारीरिक दूरी का पालन करें, मास्क का उपयोग अवश्य करें एवं सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करें। कंटेनमेंट जोन वाले इलाके में प्रशासन सबको जरूरी सामान उपलब्ध कराएगा। किन्हीं को कोई समस्या हो तो प्रशासन के संपर्क नंबरों पर सूचित करेंगे। गौरतलब हो कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लगतार हजारों श्रमिक सीतामढ़ी पहुंच रहे हैं। जिनको स्क्रीनिग के उपरांत उनके संबंधित प्रखंड के क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। इन क्वारंटाइन सेंटरों से ही तेजी से कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं। क्वारंटाइन सेंटरों से निकल रहा कोरोना का जिन्न
पिछले 6 मई से अभी तक तकरीबन 40 हजार प्रवासी लौट चुके हैं। 14 दिनों के क्वारंटाइन के चलते सभी अपने-अपने कैँपों में ही रह रहे हैं। उनकी रैंडम जांच की जा रही है जिनमें ये केस सामने आ रहे हैं। क्वारंटाइन सेंटरों से ही पॉजिटिव केस के लगातार सामने आने से प्रवासियों को लेकर लोगों में चिता बढ़ गई है। सवाल यह है कि रैंडम जांच में ही जब पॉजिटिव मामले पकड़ में आ रहे हैं तो क्वारंटाइन सेंटरों पर आवासित सभी लोगों की एकसाथ जांच क्यों नहीं हो रही है? उन लोगों की क्या और कैसी जांच हो रही है। 17 मई को इस प्रखंड में सबसे पहले एक केस सामने आया था। उसके बाद लगातार पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं। अब तो यह हॉटस्पॉट जोन में तब्दील होता दिख रहा है। प्रवासियों से संक्रमण के फैलाव को लेकर लोगों की चिता बढ़ गई है। उनमें भय का माहौल है।
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कोट
किसी को भी पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। परंतु वर्तमान में बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए आवश्यकता है कि हम बेहद सजग एवं सतर्क रहें। शारीरिक दूरी का पालन हर हाल में करें। मास्क का उपयोग करें एवं सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करें। अभिलाषा कुमारी शर्मा, डीएम, सीतामढ़ी।