पराली जलाने में दस बीघे में लगी फसल जलकर राख
पराली जलाने के चक्कर में दस बीघे में लगी गेंहूं की तैयार फसल जलकर राख हो गई। यह घटना बुधवार को जिला के कसार थाना के ससबहना गांव में हुई। बाद में किसानों ने ही मिलकर इस आग को काबू किया। मगर तबतक लगभग दस बीघे में लगी गेहूं की फसल राख हो गई।
शेखपुरा । पराली जलाने के चक्कर में दस बीघे में लगी गेंहूं की तैयार फसल जलकर राख हो गई। यह घटना बुधवार को जिला के कसार थाना के ससबहना गांव में हुई। बाद में किसानों ने ही मिलकर इस आग को काबू किया। मगर तबतक लगभग दस बीघे में लगी गेहूं की फसल राख हो गई।
असल में यह घटना बगल ने नवादा जिला के भौआड़ गांव के एक किसान की करतूत की वजह से हुआ। जिसकी वजह से शेखपुरा जिला के एक दर्जन किसानों को नुकसान उठाना पड़ा। इस बाबत ससबहना गांव के किसान तथा सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश कुमार मानव ने बताया कि शेखपुरा जिला के ससबहना तथा नवादा जिला के भौआड़ गांव का बधार-खेत एक सीमा में मिला हुआ है। बताया गया कि बुधवार की सुबह भौआड़ गांव के एक किसान ने अपने खेत में कट चुकी गेहूं की फसल के बाद बची हुई पराली (र्गेू की खूंटी) को नष्ट करने के लिए अपने ही खेत में आग लगा दी। यह आग तेज हवा की वजह से ससबहना गांव के उत्तरी खंधा में ़फैल गया। ससबहना के इस उत्तरी खंधा में अभी भी कई बीघा में गेहूं की तैयार फसल लगी हुई है। बताया गया कि इस आग से ससबहना के बधार में गेहूं की फसल जलने लगी। किसानों ने किसी तरह गांव की सिचाई बोरिग को चलाकर इस आग पर काबू पाया। बताया गया कि तब तक लगभग दस बीघे में लगी फसल जल गई। इस घटना में ससबहना के किसान अमरेंद्र महतो, सीताराम महतो, इंद्रदेव महतो, दिनेश पासवान, नरेंद्र कुशवाहा, अर्जुन महतो, कौशलेंद्र महतो, हरिनंदन पंडित के खेतों में लगी फसल जली है।