पानी के बिना कई स्कूलों में एमडीएम का चूल्हा पड़ा ठंडा
शेखपुरा। सावन में उत्पन्न पेयजल संकट की वजह से जिला के कई सरकारी स्कूलों में दोपहर के भोजन की योजना
शेखपुरा। सावन में उत्पन्न पेयजल संकट की वजह से जिला के कई सरकारी स्कूलों में दोपहर के भोजन की योजना एमडीएम का चूल्हा ठंडा पड़ा है। यह स्थिति स्कूलों में गाड़े गए चापाकलों के फेल हो जाने से पैदा हुई है। जिला के लगभग एक दर्जन स्कूलों में यह स्थिति पिछले एक पखवाड़े से जारी है। हाल यह है कि इन स्कूलों के हेडमास्टरों ने बाहर से पानी का इंतजाम करके एमडीएम चलाने से अपने हाथ खड़े कर लिए हैं। इधर एमडीएम के डीपीओ शिवचंद्र बैठा ने बताया कि उन्हें भी इस बारे में जानकारी और सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि स्कूलों में ़खराब चापाकलों को ठीक करने के लिए पिछले तीन महीने से पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखा जा रहा है। मगर वहां से कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। डीपीओ ने पत्रकारों से भी इस तरह की समस्या को खोजकर विभाग के सामने लाने की सलाह दी। इस बाबत विभिन्न स्कूलों से मिली जानकारी में बताया गया कि चापाकलों का जलस्तर नीचे चले जाने की वजह से पानी की यह समस्या खड़ी हुई है। विभागीय जानकारी में बताया गया कि पानी की समस्या से जिन स्कूलों में एमडीएम पर संकट खड़ा हुआ है। उसमें अधिकांश सदर ब्लाक के स्कूल हैं। इसी में शहर के तरछा मिडिल स्कूल में पिछले चार दिनों से एमडीएम का चूल्हा बंद पड़ा है। शहरी क्षेत्र के ही कई ने स्कूलों में भी पानी के बिना एमडीएम का यही संकट बना हुआ है। डीपीओ ने बताया कि पीएचइडी को 16 स्कूलों की सूची दी गई है। पानी के बिना इन स्कूलों का एमडीएम हा प्रभावित मिडिल स्कूल तरछा,मिडिल स्कूल जमालपुर,एकसारी,जमुआरा,महादेव नगर,संगतपर पांक,खलिलचक,भदरथी,माने,नेमदारगंज,अवगिल,बरुई,सूरदासपुर आदि शामिल है।