दूध मुंहे बच्चे के साथ ठिकाने को भटक रही लालपरी
शेखपुरा। 30 साल की लालपरी देवी अपने छह महीने के बच्चे के साथ आठ महीने से अपना ठौर हासिल करने को भटक
शेखपुरा। 30 साल की लालपरी देवी अपने छह महीने के बच्चे के साथ आठ महीने से अपना ठौर हासिल करने को भटक रही है। पिछले स्थाई ठौर को भटक रही लालपरी देवी पिछले आठ महीने से जिला के विभिन्न अस्पतालों में अपना जीवन व्यतीत कर रही है। लालपरी देवी का ससुराल शेखपुरा जिला के अरियरी थाना के आजाद नगर एकाढा है तथा इसका नैहर लखीसराय जिला के चानन थाना के संगलपुर है। असल में लालपरी का दु:ख है कि उसका पति लगभग एक साल पहले उसे छोड़कर घर से भाग गया। पति उपेश यादव के घर से भागने के बाद ससुराल वालों ने गर्भावस्था के बाबजूद लालपरी को भी घर से बाहर कर दिया। लालपरी ने बताया कि नैहर वालों ने भी उसे अपनाने से मना कर दिया। लालपरी ने बताया कि अभी गोद में मौजूद बेटे को उसने चेवाड़ा पीएचसी में जन्म दिया। तब लाचारी में लालपरी अस्पताल में ही दो महीने रह गई। बाद में गिरिहींड़ा के पोषण केंद्र में भी कई महीने तक रही। अब अपना ठौर पाने के लिए दो दिनों से सदर अस्पताल के आस-पास भटक रही है। इधर महिला हेल्पलाइन की अधिकारी अमृता दयाल ने बताया कि इस महिला का मामला पहले से महिला हेल्लाइन शेखपुरा में चल रहा है। इस मामले की तहकीकात में हेल्पलाइन की टीम लालपरी के ससुराल भी गई थी। दयाल ने बताया कि लालपरी का पति छह साल पहले ही घर से भागा है। पति के भागने के पांच साल बाद लालपरी के बच्चा जनने पर उसके ससुराल और नैहर के लोगों को तथा रिश्तेदारों को आपत्ति है।