बरबीघा में लॉक डाउन हुआ बेअसर
नगर परिषद के बाजार में बुधवार को लॉक डाउन बेअसर देखा गया। बाजार में रामनवमी की खरीदारी करने वाले लोग जहां पहुंचे वहीं आम दिनों की भांति कपड़ा मनिहारी इत्यादि गैर आवश्यक वस्तुओं की दुकानें भी खुली रही। मुख्य बाजार पुरानी शहर झंडा चौक गोला पर दुकानें खोलकर दुकानदार सामानों की बिक्री करते रहे। वही रामनवमी के खरीदारी करने वालों की भीड़ भी देखी गई।
संवाद सहयोगी, बरबीघा: नगर परिषद के बाजार में बुधवार को लॉक डाउन बेअसर देखा गया। बाजार में रामनवमी की खरीदारी करने वाले लोग जहां पहुंचे वहीं आम दिनों की भांति कपड़ा मनिहारी इत्यादि गैर आवश्यक वस्तुओं की दुकानें भी खुली रही। मुख्य बाजार, पुरानी शहर, झंडा चौक ,गोला पर दुकानें खोलकर दुकानदार सामानों की बिक्री करते रहे। वही रामनवमी के खरीदारी करने वालों की भीड़ भी देखी गई।
उधर बरबीघा प्रखंड के प्रशासनिक पदाधिकारियों के द्वारा लोगों को लॉक डाउन के पालन करवाने के कोशिश नाकाम होने पर वे लोग खामोश बैठ गए हैं। उधर एक पदाधिकारी के मनमानी पर रोक लगने की वजह से वे रूठे हुए बताए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि उनके द्वारा लॉक डाउलन पर खामोशी अख्तियार कर लिया गया है। लॉकडाउन: बाजार में और दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़
जागरण संवाददाता, शेखपुरा:
कोरोना को लेकर चल रहे लॉकडाउन का असर रामनवमी की तैयारी पर देखा जा रहा है। बा•ारों में दुकानें नहीं खुलने से लोगों को रामनवमी के पूजा-पाठ की सामाग्री खरीदने में परेशानी हो रही है। इधर रामनवमी के एक दिन पहले बुधवार को शेखपुरा बाजार में और दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़ दिखी। गांव-देहात से आए लोगों ने सुबह में ही रामनवमी की ़खरीदारी की। लॉकडाउन में खाद्य तथा किरान सामानों की दुकानों के साथ रामनवमी को लेकर कुछ पूजा-पाठ की दुकानें भी खुली। कई स्थानों पर लोगों ने सड़क किनारे स्थायी दुकानें खोलकर रामनवमी का पताका भी बेचा। लोगों ने पुजा के लिए फल-प्रसाद भी खरीदे। बाजार में रामनवमी के भिन्न-भिन्न तरह के पताके बेचे जा रहे हैं। भिन्न-भिन्न तरह के रामनवमी पताका 5 रुपया से लेकर 185 रुपये तक बेचे जा रहे हैं। बाजार में रामनवमी का पताका लगाने के लिए कच्चे बांस के लिए परेशानी झेलनी पड़ी। ग्रामीण क्षेत्रों में रामनवमी की पूजा को लेकर विशेष तैयारी चल रही है। जिला प्रशासन ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सामुदायिक आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इधर आचार्य निरंजन पांडे ने भी लोगों से छोटे आयोजन करने की अपील की है।