फर्जी सर्टिफिकेट मामले में मनरेगा लोकपाल के खिलाफ जांच
शेखपुरा। फर्जी सर्टिफिकेट देकर नौकरी हासिल करने के मामले में शेखपुरा के मनरेगा लोकपाल के खिलाफ शिकं
शेखपुरा। फर्जी सर्टिफिकेट देकर नौकरी हासिल करने के मामले में शेखपुरा के मनरेगा लोकपाल के खिलाफ शिकंजा कसने लगा है। इस कथित फर्जी सर्टिफिकेट मामले में राज्य सरकार ने संज्ञान लेते हुए मनरेगा लोकपाल इंजीनियर पंकज सिन्हा को दो अगस्त को उपस्थित होने को कहा है। मनरेगा लोकपाल के खिलाफ इस कार्रवाई के बाद जिला में हड़कंप मच गया है। हालांकि इस मामले में लोकपाल की प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। कार्यालय में पता करने पर बताया गया कि आज वे कार्यालय नहीं आये हैं। लोकपाल के खिलाफ यह जांच राज्य सरकार के ग्रामीण विकास विभाग ने शुरू किया है। इसकी जानकारी जिला प्रशासन के आधिकारिक सूत्र ने दी। बताया गया कि शेखपुरा के एक युवक ने मनरेगा लोकपाल पंकज सिन्हा की बहाली को लेकर ग्रामीण विकास विभाग की वेबसाइट से जरूरी सूचना हासिल करके उनके बहाली के दौरान उनके द्वारा पेश अनुभव प्रमाणपत्र को संदिग्ध बता डीएम को आवेदन दिया था। उसी आवेदन पर ग्रामीण विकास विभाग ने अपनी जांच शुरू की है। यहां यह बताना जरूरी है कि लोकपाल के सर्टिफिकेट का मामला तब उठा जब उन्होंने जिला के कई पंचायतों में मनरेगा की जांच करके भारी गड़बड़ी और मृत लोगों के नाम पर लाखों की मजदूरी भुगतान का मामला सामने लाया।