Move to Jagran APP

बेटी ने पढ़ने की जिद की तो सौतेली मां ने घर से बाहर किया

फिर सौतेली माता ने मां की ममता पर प्रश्न खड़ा किया है। सौतेली मां की ममता पर उठा यह सवाल सोमवार को शेखपुरा के महिला हेल्पलाइन पहुंचा। असल में कहानी यह है कि एक बेटी ने जब पढ़ने की जिद की तो घर से निकाल दिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 11:17 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 06:16 AM (IST)
बेटी ने पढ़ने की जिद की तो सौतेली मां ने घर से बाहर किया
बेटी ने पढ़ने की जिद की तो सौतेली मां ने घर से बाहर किया

जागरण संवाददाता, शेखपुरा :

loksabha election banner

फिर सौतेली माता ने मां की ममता पर प्रश्न खड़ा किया है। सौतेली मां की ममता पर उठा यह सवाल सोमवार को शेखपुरा के महिला हेल्पलाइन पहुंचा। असल में कहानी यह है कि एक बेटी ने जब पढ़ने की जिद की तो उसकी सौतेली मां ने उसे मारपीट करके घर से बाहर कर दिया। यह मामला जिला के बरबीघा प्रखंड के बभनबीघा गांव की है। सौतेली मां की प्रताड़ना से पीड़ित किशोरी को महिला हेल्पलाइन का आसरा मिला है। हेल्पलाइन की परियोजना प्रबंधक अमृता दयाल ने इस किशोरी को अपने साथ रखकर घर वालों से संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया है। महिला हेल्पलाइन की अधिकारी ने बताया कि इस किशोरी के पिता अर्जुन चौधरी राज-मिस्त्री का काम करते हैं। किशोरी की मां के निधन के बाद इसके पिता ने दूसरी शादी की है। किशोरी बभनबीघा हाई स्कूल में ही नौवीं कक्षा की छात्रा है। बताया गया कि सौतेली मां इस किशोरी को पढ़ने नहीं देती है। जबकि वह अपने सगे बच्चों को पढ़ा-लिखा रही है। सौतेली मां इस किशोरी को स्कूल जाने नहीं देती है। जब किशोरी ने पढ़ने की जिद की तो सोमवार को उसे घर से निकाल दिया।

महिला अधिकारी की वजह से गलत हाथ में जाने से बची

सौतेली मां द्वारा भगाई गई यह किशोरी महिला हेल्पलाइन की अधिकारी की वजह से गलत हाथों में जाने से बच गई। अमृता दयाल ने बताया कि वह बस से शेखपुरा कार्यालय आ रही थी। तब यह किशोरी बस में बैठी रो रही थी। कुछ अंजान युवक इस किशोरी को बस में घेरे खड़े थे। स्थिति को कुछ असहज भांपकर अमृता दयाल ने इस किशोरी से पूछताछ शुरू की तब सारी स्थिति सामने आई। इसके बाद दयाल ने इस किशोरी को अपने साथ कार्यालय ले आई। उन्होंने बताया कि अब किशोरी के साथ उसके घर जाकर माता तथा पिता से बात की जाएगी। विवाहिता ने विधवा को अपनी सौतन बनाया

जागरण संवाददाता, शेखपुरा :

शेखपुरा की एक विवाहिता महिला ने अनूठी मिशाल पेश की है। यह महिला सुनीता कुमारी जिले के माहुली पुलिस ओपी के फूलचोढ़ गांव की है। सुनीता ने स्वेच्छा से एक विधवा महिला का घर बसाने के लिए उसे अपनी सौतन बना लिया। उसकी शादी अपने पति सुल्ली चौधरी से करा दी। पूरी तरह से निरक्षर सुनीता यहीं नहीं रुकी। आगे कोई कानूनी बखेड़ा खड़ा नहीं हो, इसको लेकर वह खुद अपने पति तथा सौतन रीना कुमारी को लेकर सोमवार को महिला हेल्पलाइन भी पहुंच गई। इसकी जानकारी देते हुए महिला हेल्पलाइन की परियोजना प्रबंधक अमृता दयाल ने बताया कि सुल्ली चौधरी की शादी आठ साल पहले सुनीता से हुई थी। शादी के आठ साल बाद जब सुनीता को कोई बच्चा नहीं हुआ तो वंश चलाने के लिए पति को दूसरी शादी करने की सलाह दी। जब पति सुनीता की बात पर राजी नहीं हुआ तो समाज को नया संदेश देने के लिए सुनीता ने खुद आगे बढ़कर अपने पति के लिए एक विधवा वधू खोजने का जिम्मा ले लिया। लगभग चार महीने के प्रयास के बाद सुनीता ने अपने पति सुल्ली चौधरी के लिए विधवा रीना के रूप में नई पत्नी खोज निकाला और पूरे धूम-धाम से पति की शादी करा दी। अब सुनीता अपने पति और सौतन के साथ मिलकर रह रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.